वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में राष्ट्रपति ने किया लालकुआं को सम्मानित
टॉप 50 शहरों में शामिल होने के लक्ष्य से चूका

देहरादून : स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के तहत 4589 शहरी निकायों की रैंकिंग जारी कर दी गई। टॉप 50 शहरों में शामिल होने का सपना देख रहा रहा नगर निगम इस बार फिर इस लक्ष्य से चूक गया। हालांकि पिछली बार की तुलना में इस बार रैंक में सुधार जरूर हुआ। पूरे देश में दून 62वें पायदान पर है, जबकि पिछली बार 68वें स्थान पर था।
इस बार 12500 नंबरों में से दून को 7614 नंबर मिले हैं। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में नगर आयुक्त ने स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होने पर पुरस्कार लिया। नगर निगम देहरादून ने 2023 स्वच्छता रैंकिंग में 68 वीं रैंक प्राप्त की थी। देहरादून नगर निगम ने सबसे बड़ी छलांग 2020 में 124 वें नंबर पर आकर लगाई थी। उसके बाद से नगर निगम टॉप 50 शहरों में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहा है।
देहरादून नगर निगम को प्रथम चरण और द्वितीय चरण में 500-500 नंबरों के सापेक्ष 259-248 नंबर मिले। इसके अलावा तीसरे चरण में देहरादून शहर ने 9000 नंबरों के सापेक्ष 6107 नंबर ही प्राप्त किए हैं। सर्टिफिकेशन में भी नगर निगम कुछ खास नंबर नहीं प्राप्त कर पाया। पिछले बार जहां नगर निगम ने 1850 नंबर प्राप्त किए थे, इस बार 2500 नंबरों के सापेक्ष मात्र 1000 नंबरों से संतोष करना पड़ा है।
नगर निगम देहरादून शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान व्यवस्था को नहीं सुधार पाया। 2024 में नगर निगम में डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रीकरण का काम संभाल रही इकोन, वाटरग्रेस और सनलाइट कंपनियां शत प्रतिशत कूड़ा उठान नहीं कर पाई। वाटरग्रेस कंपनी 47 वार्डों में कूड़ा एकत्रीकरण का काम संभाल रही थी, लेकिन बार-बार हड़ताल की वजह से आधे शहर से कूड़ा नहीं उठा पाया। इसके अलावा अन्य वार्डों में कमोबेश यही हालात रहे। यही कारण रहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार नगर निगम देहरादून 48 प्रतिशत घरों से ही कूड़ा उठा पाया है।