केजरीवाल की गिरफ्तारी के के विरोध में रामलीला मैदान इंडी गठबंधन द्वारा 31 मार्च को महारैली का एैलान

दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी एक बार फिर से दिल्ली के उसी ऐतिहासिक मैदान जाने की तैयारी में है जहां से करीब डेढ़ दशक पहले पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल का उदय हुआ था। दरअसल, आम आदमी पार्टी (।।च्) के नेता गोपाल राय ने रविवार को कहा कि विपक्षी दलों का ‘इंडिया’ गठबंधन ‘देश के हितों और लोकतंत्र की रक्षा’ के लिए 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली करेगा।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले के संबंध में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (55) को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद ‘आप’ ने ये घोषणा की है।
रैली में शामिल होगा इंडी गठबंधन का टॉप नेतृत्व
इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (‘इंडिया’) के घटक ‘आप’ और कांग्रेस ने एक प्रेस वार्ता में इस रैली का ऐलान किया है। आप की दिल्ली यूनिट के संयोजक गोपाल राय ने कहा, “देश में जो हो रहा है उसके खिलाफ हम 31 मार्च को रामलीला मैदान में महारैली करेंगे।
इस रैली में ‘इंडिया’ गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व शामिल होगा।” राय ने कहा, ‘लोकतंत्र और देश खतरे में है। देश के हितों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल सभी दल यह महारैली करेंगे।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों को समान अवसर नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के खातों को ‘फ्रीज’ (लेनदेन पर रोक) किए जाने और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रकाश डाला। लवली ने कहा, “31 मार्च की महारैली न सिर्फ एक राजनीतिक रैली होगी बल्कि देश के लोकतंत्र को बचाने और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का भी आह्वान करेगी।”
गिरफ्तारी के बाद रणनीति तय कर रही ‘आप’
एक सूत्र ने कहा, ‘‘पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद यह पहली बड़ी बैठक है। इसमें पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना है।’’
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गुरुवार को उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया था। इसके बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक को शुक्रवार को 28 मार्च तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया।