उत्तराखंड में स्थापित की जाएंगी 23 खेल अकादमी

सीएम का ऐलान- जल्द लागू होगा स्पोर्ट्स लीगेसी प्लान

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेलों में हार-जीत स्वाभाविक है, लेकिन खेल भावना सर्वाेपरि होनी चाहिए। कड़ी मेहनत और अनुशासन खिलाड़ियों को बेहतर बनाते हैं। कहा कि वह उत्तराखंड में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं। 38वें नेशनल गेम्स से उत्तराखंड में कई राज्यों से बेहतर खेलों का आधारभूत ढांचे का विकास हुआ है। अब देवभूमि खेलभूमि बनने की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री धामी खेल मैदान में आयोजित स्व. एनके आर्या क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजनों में चयनित युवाओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। खेलों का आयोजन भी भव्य और दिव्य रहा। खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय खेलों में 103 पदक जीतकर राज्य का नाम ऊंचाइयों पर पहुंचाया। कहा कि पूरे राज्य को खेलों से जोड़ा गया है। हल्द्वानी और नैनीताल में सात प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

नई खेल नीति से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को नौकरी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में नई खेल नीति लागू की गई है। इसके तहत खेलों के समग्र विकास के लिए राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा रही है। प्रदेश में सरकारी नौकरियों में चार फीसदी खेल कोटे को हमने दोबारा लागू किया। उत्तराखंड खेल रत्न और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार देकर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

खिलाड़ियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री खिलाड़ियों को खेल किट वितरित की। जिले के पदक विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया। सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेल में जनपद नैनीताल के पदक विजेता और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता खिलाड़ियों लतिका भंडारी, भूमिका जंतवाल, नितेश बिष्ट, निर्मल बिष्ट, अंश बिष्ट, कनिष्क जोशी, सूर्या पटेल, भाग्रवी रावत, श्रद्धा जोशी, कोमल, नव्या पांडे, वैभव सिंह पडियार, एसडीएम नवाजिश खलीक सहित अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित किया।

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