बारामूला लोकसभा सीट: 25 हजार विस्थापित कश्मीरी पंडित मतदाता डाल सकेंगे वोट

जम्मू: जम्मू-कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट के लिए पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होगा और इस सीट के लिए देश के विभिन्न इलाकों में रह रहे 25 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीर पंडित मतदान करने की अर्हता रखते हैं. बारामूला निर्वाचन क्षेत्र में मतदान की तैयारियां अंतिम दौर में हैं, जहां के 17.32 लाख मतदाता 23 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. कुल मतदाताओं में 8.59 लाख महिलाएं हैं. माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला के बीच होगा.
जम्मू-कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट के लिए 5वें चरण में 20 मई को मतदान होगा और इस सीट के लिए देश के विभिन्न इलाकों में रह रहे 25 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीर पंडित मतदान करने की अर्हता रखते हैं। पहले आपको बारामूला सीट का चुनावी समीकरण समझाते हैं।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। 5 सालों में कश्मीर में क्या-क्या बदला, ये इस बार का बड़ा चुनावी मुद्दा है। हालांकि इस बार का चुनाव इसलिए भी खास है, क्योंकि विस्थापित कश्मीरी पंडित अपना वोट डाल सकेंगे।
बारामूला सीट पर कौन-कौन प्रमुख उम्मीदवार?
पार्टी —— उम्मीदवार
जेकेएनसी ——-उमर अब्दुल्ला
जेकेपीडीपी ——-फैयाज अहमद मीर
जेकेपीसी ——-सज्जाद गनी लोन
इस सीट पर हो रहे लोकसभा चुनाव का समीकरण बेहद दिलचस्प हो गया है, क्योंकि यहां से उमर अब्दुल्ला मैदान में हैं। प्रमुख उम्मीदवारों के रूप में फैयाज अहमद मीर और सज्जाद गनी लोन भी दो-दो हाथ कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला के बीच होगा। आपको इस सीट का चुनावी इतिहास समझाते हैं और बताते हैं कि बारामूला से कब और कौन-कौन अब तक सांसद चुना गया है।
विस्थापित कश्मीरी मतदाता डाल सकेंगे वोट
बारामूला निर्वाचन क्षेत्र में मतदान की तैयारियां अंतिम दौर में है जहां के 17.32 लाख मतदाता 23 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। कुल मतदाताओं में 8.59 लाख महिलाएं हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी (विस्थापित) रियाज अहमद ने बताया, ‘बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 20 मई को होने वाले मतदान के लिए कुल 25,821 विस्थापित कश्मीरी मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। इनमें से 12,747 पुरुष मतदाता और 13,074 महिला मतदाता हैं।’
कुल 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं- अधिकारी
उन्होंने बताया कि विस्थापितों के लिए कुल 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक मतदान केंद्र उधमपुर में स्थापित किया गया है। अहमद ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने कश्मीरी विस्थापित मतदाताओं को मतदान केंद्र पर लाने और वासस ले जाने की व्यवस्था की है। सुविधा सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा, ‘परिवहन की व्यवस्था वहां मौजूद रहेगी जहां पर विस्थापितों की अधिक संख्या है।’
सहायक निर्वाचन अधिकारी (विस्थापित) रियाज अहमद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 20 मई को होने वाले मतदान के लिए कुल 25,821 विस्थापित कश्मीरी मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं. इनमें से 12,747 पुरुष मतदाता और 13,074 महिला मतदाता हैं.” उन्होंने बताया कि विस्थापितों के लिए कुल 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक मतदान केंद्र उधमपुर में स्थापित किया गया है.
अहमद ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने कश्मीरी विस्थापित मतदाताओं को मतदान केंद्र पर लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था की है. सुविधा सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध रहेगी. उन्होंने कहा, ‘‘परिवहन की व्यवस्था वहां मौजूद रहेगी, जहां पर विस्थापितों की अधिक संख्या है.”
अहमद ने बताया कि विस्थापित मतदाताओं के लिए वोट डालने के दो तरीके हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले, वे एम-फॉर्म भरकर ऐसा कर सकते हैं, जो पूर्व सूचना है और वे विशेष रूप से उनके लिए स्थापित मतदान केंद्र में मतदान कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि दूसरा विकल्प डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान करने का है, जिसके लिए उन्हें फॉर्म-12सी भरना होगा. इस सीट पर कड़ा मुकाबला है, जिसके मद्देजनजर विभिन्न राजनीतिक दलों और स्वतंत्र समूह इन मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं.
इस सीट पर कड़ा मुकाबला है जिसके मद्देजनजर विभिन्न राजनीतिक दलों और स्वतंत्र समूह इन मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दो बार के विधायक राशिद दिल्ली की तिहाड़ जेल से चुनाव लड़ रहे हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य फैयाज मीर भी मैदान में हैं।