स्कूलों को आकर्षक बनाने के अंग्रेजी माध्यम के स्कूल!
स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे मोबाइल के नुकसान, होगी दो हजार शिक्षकों की भर्ती

देहरादून : प्रदेश के सरकारी स्कूलों को आकर्षक बनाने के लिए हर ब्लॉक में कुछ अंग्रेजी माध्यम के स्कूल शुरू किए जाएंगे। यह कहना है शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का। उन्होंने यह बात एससीईआरटी परिसर में आवासीय भवनों और शिक्षा निदेशलाय के गेट के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद कही।
शिक्षा मंत्री ने कहा, सरकारी स्कूलों में घटती छात्र संख्या पर उन्होंने विभाग से रिपोर्ट मांगी थी। इसमें अभिभावकों की ओर से बताया गया कि उनका बच्चा अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़े। वहीं, कुछ का कहना था कि स्कूल में हर विषय के शिक्षक हों। इससे पहले शिक्षा मंत्री ने 486 लाख के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
शिक्षा मंत्री के मुताबिक अधिकतर समय मोबाइल पर रहने से बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। स्कूलों में बच्चों को एसओपी जारी कर बताया जाएगा कि मोबाइल कितने समय तक देंखे। इससे अधिक समय तक देखने से किस तरह का नुकसान हो सकता है। पाठ्यक्रम में भी इसे जगह दी जाएगी। हालांकि सरकारी स्कूलों में 12 वीं कक्षा तक मोबाइल लाने पर रोक है, लेकिन देखने में आया है कि घर पर कई बच्चे अधिक समय मोबाइल पर रहते हैं। जिसे देखते हुए स्कूलों में अब बच्चों को मोबाइल के नुकसान के बारे में पढ़ाने की तैयारी है। शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत के मुताबिक इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने के साथ ही विभाग एसओपी भी जारी करेगा।
कार्यक्रम में उन्होंने कहा, विभाग में दो हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। वहीं, शिक्षको की तरह अधिकारियों की भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इस दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ, निदेशक एससीईआरटी बंदना गब्र्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा अजय नौडियाल, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज, पदमेंद्र सकलानी आदि मौजूद रहे।