सेना ने दुनिया को संदेश दिया- भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी: उपराष्ट्रपति

आगरा (उप्र) : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना राजमाता अहिल्याबाई होल्कर से करते हुए रविवार को कहा कि अहिल्याबाई की सोच ‘‘विधि की रचना’’ की तरह आदित्यनाथ में आ गई है और आने वाली पीढ़ियां मुख्यमंत्री के कार्यों को उसी तरह याद करेंगी जैसे हम आज लोकमाता अहिल्याबाई के कामों की करते हैं।

धनखड़ ने अहिल्याबाई होल्कर के 300वें जयंती वर्ष के स्मृति अभियान के तहत यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती महज एक तारीख या ऐतिहासिक घटना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सबके लिए जीवन दर्शन है। उस कठिन समय में वह महान भारत की परंपरा की प्रतिनिधि थीं जहां धर्म, संस्कृति और शासन एक ही धारा में प्रवाहित होते थे।’’

यूपी की भूमि का बना सैन्य सैन्य साजो-सामान: धनखड़
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में दुश्मनों ने कायरता दिखाई, उसका जवाब दिया गया। उन्होंने सीएम योगी को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी भूमि पर सैन्य उत्पादन कितना श्रेष्ठ है, यह दुश्मन के कानों में गूंजता रहेगा।

आपके यहां निर्मित ब्रह्मोस ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने में घुसकर उन्हें तबाह किया। सेना के पराक्रम के कारण दुश्मन को लोहे के चने चबाने पड़े। सेना ने दुनिया को संदेश दिया कि भारत बदल गया है। भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा, जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह नष्ट करेंगे।

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी: उपराष्ट्रपति
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ दूरदर्शी और काम में विश्वास रखते हैं। दिसंबर 2021 में उन्होंने काशी विश्वनाथ में आदि शंकराचार्य व लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया था। जो कार्य लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने किया, वही योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी। काशी विश्वनाथ, अयोध्या के बाद मथुरा में भी कार्य होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर की उल्लेखनीय सफलता के लिए मैं भारतीय सेना का अभिनंदन करना चाहता हूं। हमारी सेना ने पराक्रम दिखाया। हमारी सेना ने दुश्मन को लोहे के चने चबवाए और दुनिया को एक बड़ा संदेश दिया कि अब भारत बदल गया है। वह आतंकवाद को खत्म करेगा और जो हम पर हाथ डालेगा उसे हम पूरी तरह नष्ट करेंगे।’’

धनखड़ ने कहा, ‘‘हमें सदैव याद रखना पड़ेगा और यही सीख लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने भी दी कि हम भारतीय हैं। भारतीयता हमारी पहचान है, राष्ट्रवाद हमारा धर्म है और राष्ट्र सर्वोपरि है।’’ उन्होंने कहा कि वह किसान परिवार से हैं और राजमाता अहिल्याबाई होल्कर भी किसान परिवार से ही थीं। उन्होंने जो मापदंड रखे वे अत्यंत सराहनीय हैं।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक बात बहुत कम लोगों को पता है कि नारी के सशक्तीकरण के लिए अहिल्याबाई होल्कर ने बहुत ऊंचे मापदंड रखे और अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी बनाई।

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