यूपी में 50 लाख बीमा क्लेम के लिए दिव्यांग की हत्या

दिव्यांग व्यक्ति का पहले बीमा कराया, फिर गाड़ी चढ़वा कर हत्या करा दी

संभल (उत्तर प्रदेश) : बीमा क्लेम हड़पने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के अंतर्गत गंभीर प्रकरण उजागर हुआ है, जिसमें दिव्यांग व्यक्ति का बीमा कराके उसकी षड्यंत्र के तहत हत्या की गई और फिर उसे हादसे का रूप देकर क्लेम की धनराशि हड़प ली, जिसके नाम पर 58.68 लाख रुपये की पांच बीमा पॉलिसी अलग-अलग कंपनियों से खरीदी गईं।

पुलिस ने भी इस हत्या को सड़क हादसा मानते हुए चार महीने पहले केस बंद कर दिया था, लेकिन एक बीमा कंपनी की जांच से मिली सूचना के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ, जिसमें चार लोग गिरफ्तार हुए हैं।

दरअसल, बदायूं जिले के बिसौली थाना क्षेत्र के गांव ढिलवारी निवासी दरियाब सिंह का शव 31 जुलाई 2024 को रात को चंदौसी के आटा मार्ग पर सड़क किनारे पड़ा मिला था। मृतक के भाई राजेंद्र ने चंदौसी कोतवाली में सड़क हादसे की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, फिर उसने बीमा क्लेम का आवेदन किया।

पांच बीमा पॉलिसी में से एक पॉलिसी टाटा एआइए की भी थी, जिसके इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर ने जांच की तो मामला संदिग्ध लगा और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में चंदौसी पुलिस ने बंद हुए इस केस की फिर जांच की और पता लगा कि यह हत्या सुनियोजित साजिश के तहत बीमा क्लेम की रकम हड़पने के लिए की गई थी, क्योंकि घटना के दिन दरियाब सिंह चंदौसी बाजार जाने की बात कहकर घर से निकला और सैनिक चौराहा-आटा रोड पर उसका एक्सीडेंट हो गया। जांच अधिकारी को मामला संदिग्ध मिला।

कॉल डिटेल और सीसीटीवी के आधार पर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की तो उसमें मृतक के गांव का हरिओम उर्फ हरिहर, उसका भाई विनोद, एक सजायाफ्ता चंदौसी थाना के गांव तारापुर का प्रताप और एक बैंक का रिलेशनशिप एसोसिएट पंकज राघव शामिल थे। इस साजिश का असली मास्टरमाइंड चंदौसी के रायपुर कलां गांव का पंकज राघव ही है।

उसने बबराला के एक गिरोह के सदस्यों से बीमा क्लेम हड़पने की तरकीब सीखी थी और उसकी बैंक में लोन के लिए आए हरिओम उर्फ हरिहर को इस योजना में शामिल किया था। आर्थिक तंगी के चलते हरिओम ने ही अपने भाई और प्रताप के साथ मिलकर दरियाब की हत्या कराई।

घटना से पूर्व एक कार मांगी गई, जिससे हादसा किया जाना था और एक दिन पूर्व घटनास्थल की रेकी की। जैसे ही दरियाब को कार से लाया जाए तो पहले उसके सिर पर प्रहार कर नीचे गिराया फिर कार से कुचल दिया। मृतक के भाई को भी बीमा में नॉमिनी बनाकर मोहरे की तरह इस्तेमाल किया गया, लेकिन उसे हत्या की जानकारी नहीं दी गई थी। पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में चल रही बीमा गिरोह पर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है, जिसमें चंदौसी पुलिस ने व्यक्ति की हत्या का पर्दाफाश करते हुए बीमा गिरोह के सदस्यों को दबोचा है। जिसमें चार लोगों को पकड़ा है। घटना में प्रयुक्त सामग्री और बीमा संबंधी दस्तावेज भी बरामद किए हैं – कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी संभल.

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