कश्मीर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 3 आतंकवादी अरेस्‍ट

नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल सात व्यक्तियों की पहचान की

जम्मू : जम्मू कश्मीर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बताया जा रहा है, कि पुलिस ने सोपोर में 03 आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनसे कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं.

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर.आर. स्वैन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”जोन पुलिस और अपराध जांच ब्यूरो (सीआईबी) ने रणनीति तैयार कर राजौरी में सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से गिराए गए हथियार, गोला-बारूद, परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) और नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल सात व्यक्तियों की पहचान की है. ”

उन्होंने बताया, ”आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए गए हैं और उनके परिसरों की तलाशी ली गई. पिछले 24 घंटों के दौरान दस स्थानों पर तलाशी ली गई और सात लोगों की पहचान की गई. इनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था.” डीजीपी ने बताया कि एलईटी के इस मॉड्यूल के सदस्यों को पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से हथियार, गोला-बारूद, आईईडी, नकदी और नशीले पदार्थों की खेप बरामद होती थी, जिसके बाद वे आगे इसकी तस्करी करते थे.

पुलिस ने इस मॉड्यूल के जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत जेल में बंद कुख्यात तालिब शाह की पत्नी गुलशन नाज, इम्तियाज अहमद और बुद्धल इलाके के आबिद शाह शामिल हैं. वे पाकिस्तान के द्वारा ड्रोन से भेजे गए हथियार, गोला-बारूद सहित विस्फोटक सामग्री प्राप्त करते थे.

उन्होंने कहा, ”हमारे पास उनके खिलाफ डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक सबूत हैं. वे पाकिस्तान में बैठे अपने सरगना के साथ संपर्क में थे. इसके अलावा ये लोग आगे अन्य लोगों के साथ भी संपर्क में थे. अब ये जांच की जा रही है कि इन्होंने आगे किन लोगों को पैसे वितरित किए हैं.”

डीजीपी ने कहा कि उनका सरगना मोहम्मद कासिम उर्फ सलमान उर्फ सुलेमान है जो वर्तमान में पाकिस्तान में है. उन्होंने कहा, ”वह लश्कर-ए-तैयबा का नेता है. उसे भारत सरकार ने नामित आतंकवादी करार दिया है. हमने कासिम पर दस लाख रुपये का इनाम घोषित किया है.”

उन्होंने बताया कि कासिम एलईटी के इस मॉड्यूल के सदस्यों के लिए हथियार, विस्फोटक सामग्री, नकदी और नशीले पदार्थ भेजता था. वह जम्मू के कटरा और नरवाल में हुए बस विस्फोटों में शामिल था.

तदनुसार, पुलिस स्टेशन सोपोर में कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर संख्या 68/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है

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