अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री पर पुलिस की रेड , नोएडा में 4 गिरफ्तार
100 से अधिक हथियार बरामद

नोएडा/गाजियाबाद:ग्रेटर नोएडा के थाना ईकोटेक-3 क्षेत्र में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। टीम ने यहां एक अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। साथ ही इस मामले का मास्टरमाइंड समेत चार लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने मौके से 100 से अधिक हथियार बरामद किए हैं।
कौन है इस फैक्ट्री का मास्टरमाइंड?
इस अवैध फैक्ट्री का मास्टरमाइंड शाह फहद पुत्र नसीम अहमद है। इस गिरोह के अन्य सदस्य बादल, शिवमपाल और सादिक हैं। डीसीपी नोएडा सेंट्रल निधि सिंह ने बताया कि शाह फहद उर्फ शानू ने गाजियाबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा किया है और अपनी पत्नी के नाम पर लियो पराड़ इंडिया इंडस्टरीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चलाता है। कारखाने के अंदर गोपनीय रूप से इन हथियारों का निर्माण किया जा रहा था। जब कोई ग्राहक अभियुक्तों से संपर्क करता है, तो अभियुक्त एक या दो दिन का समय लेकर उसको तमंचा एवं पिस्टल उसकी मांग के अनुसार उपलब्ध करा देते हैं।
कितने में बिकते हैं ये अवैध हथियार?
एक तमंचा लगभग 10 हजार रुपए में बिकता है और एक पिस्टल लगभग 80 हजार रुपए की कीमत में बिकती है। अभियुक्त और उसके साथियों से जो अवैध शस्त्र बरामद हुए हैं, वह उनकी कंपनी के बने हैं। इन बदमाशों ने कलपुर्जों को तैयार करने के लिए लाखों रुपए की बड़ी-बड़ी मशीनें अपनी कंपनी मोरटा गाजियाबाद में लगा रखी हैं।
डीसीपी सेंट्रल सुनीति सिंह ने बताया कि इनके पास से जो बरामदगी हुई है, उसमें एक ब्रेजा कार है। इसके द्वारा उपकरण और हथियार ले जाए जा रहे थे। इनके पास से एक पिस्टल 8, देसी तमंचे, भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण मिले हैं। प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि लोकसभा चुनावों के कारण मॉडल कोड आफ कंडक्ट लगने के बाद पुलिस की सख्ती बढ़ गई थी।
वह कारखाना को शिफ्ट कर बुलंदशहर या देहात क्षेत्र में ले जाना चाह रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जब इनका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा था, तो पता चला कि 2023 में एसटीएफ ने भी इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और हथियार बनाने का सामान बरामद किया था।