भूटान के राजा द्वारा प्रधानमंत्री “ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो” से सम्मानित
‘मैं भूटान के लोगों का उनके खूबसूरत देश में यादगार स्वागत के लिए आभारी हूं।’

नई दिल्ली: थिम्पू में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को भूटान के राजा द्वारा भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी पहले विदेशी नेता हैं जिन्हें ये प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है।
भूटान के राजा ने दिसंबर 2021 में ताशीछोडजोंग, थिम्पू में आयोजित भूटान के 114वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान ये पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की थी। ये पुरस्कार भारत-भूटान की मित्रता को सुदृढ़ करने में प्रधानमंत्री मोदी के योगदान और उनके जन केंद्रित नेतृत्व को मान्यता देता है। इसके प्रशस्ति पत्र में उल्लेख है कि ये पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उभार का सम्मान करता है और भारत के साथ भूटान के विशेष बंधन को सेलिब्रेट करता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व ने भारत को परिवर्तन के पथ पर अग्रसर किया है और भारत का नैतिक आधिपत्य और वैश्विक कद बढ़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पुरस्कार भारत के 1.4 अरब लोगों को दिया गया सम्मान है और दोनों देशों के विशेष और अद्वितीय संबंधों का प्रमाण है।
पूर्व में स्थापित रैंकिंग और परंपरा के अनुसार, ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो को लाइफटाइम अचीवमेंट के एक अलंकरण के तौर पर स्थापित किया गया था और ये भूटान का सर्वोच्च सम्मान है जो सब सम्मानों, अलंकरणों और पदकों में सर्वोपरि है।
दो दिन का यात्रा पर पीएम मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने भूटान की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू करते हुए शुक्रवार को भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। भूटान नरेश से मुलाकात से पहले मोदी का भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान पहुंचे। अपने आगमन के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह खूबसूरत देश में ‘‘यादगार स्वागत’’ के लिए भूटानी लोगों के आभारी हैं। उन्होंने भारत-भूटान मित्रता के ‘‘नयी ऊंचाइयां छूते रहने’’ की आशा जताई।
पीएम ने एक्स पर किया पोस्ट
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा कि ‘‘मैं भूटान के लोगों, खासकर युवाओं का उनके खूबसूरत देश में यादगार स्वागत के लिए आभारी हूं।’’ उन्होंने भूटान के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत की तस्वीरें भी साझा कीं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि यह यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्चस्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति पर जोर देने की कवायद के अनुरूप है।