सपा की बढ़ती मुश्किलें, पार्टी के बड़े मुस्लिम नेता ही कर रहे विरोध
BSP के उम्मीदवार के समर्थन में उतरे आजम खान के करीबी

रामपुर: उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के लिए वोटिंग होने में करीब एक सप्ताह का वक्त बचा हुआ है. इस बीच सभी पार्टी अब चुनावी मैदान में पूरे तरह से उतर आई है. पार्टी हर अपने उम्मीदवारों के समर्थन में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. लेकिन इसी बीच समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पार्टी के बड़े मुस्लिम नेता ही उम्मीदवारों का विरोध कर रहे हैं.
सपा के लिए सबसे बड़ी मुसीबत रामपुर सीट बनी हुई है. आजम खान के इस इलाके में पार्टी ने उनके ही विरोधियों को उम्मीदवार बना दिया है. सपा का यह फैसला आजम खान के करीबियों को रास नहीं आ रहा है. अब सपा उम्मीदवार का आजम खान के करीबी खुलकर विरोध करने लगे हैं. आजम खान के करीबी और सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल भी पार्टी का विरोध कर रहे हैं.
पार्टी कार्यालय नहीं आए सपा प्रत्याशी
वीरेंद्र गोयल रामपुर में बीएसपी उम्मीदवार जीशान खान का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि सपा प्रत्याशी मुहिबुल्लाह नदवी रामपुर में हमारे विरोधियों के साथ घूम रहे हैं. मुहिबुल्लाह नदवी अब तक पार्टी कार्यालय भी नहीं आए हैं इसलिए हम उनका विरोध कर रहे हैं. दरअसल, आजम खान ने सीतापुर जेल में मुलाकात दौरान अखिलेश यादव ने खुद रामपुर से चुनाव लड़ने की अपील की थी.
लेकिन सपा ने मुहिबुल्लाह नदवी को अपना प्रत्याशी बना दिया है. अब आजम खान के करीबियों का दावा है कि सपा प्रत्याशी मुहिबुल्लाह नदवी उन लोगों से मिल गए हैं, जिन्होंने आजम खान और हम पर मुकदमें दर्ज कराए और जेल भिजवाया था. सपा ने आसिम रजा को पार्टी का सिंबल नहीं दिया और मौलाना मुहिबुल्लाह नदवी को प्रत्याशी बना दिया, इसलिए हम उसका विरोध कर रहे हैं. स्थानीय स्तर पर अब सपा प्रत्याशी का विरोध तेज होते जा रहा है.