झारखंड में 12 माओवादियों का आत्मसमर्पण, NIA ने एक PLFI नक्सली को पकड़ा

नक्सली समूह पीएलएफआई का सशस्त्र सदस्य चार मामलों में वांछित था

नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड और असम में छापेमारी के बाद नक्सली संगठन ‘पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया’ के एक सशस्त्र सदस्य को गिरफ्तार किया है। बृहस्पतिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी। इसमें कहा गया कि एनआईए ने स्थानीय पुलिस की मदद से बुधवार को झारखंड और असम में दो-दो स्थानों पर छापेमारी की और तलाशी ली।

एनआईए के बयान के मुताबिक छापेमारी के दौरान झारखंड के खूंटी जिले से बिनोद मुंडा उर्फ सुक्खवा को गिरफ्तार किया गया। जांच एजेंसी ने बताया कि आरोपी नक्सली समूह पीएलएफआई का सशस्त्र सदस्य है और वह झारखंड में पीएलएफआई से जुड़े चार मामलों में वांछित था।

इस बारे में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने PTI को बताया, वे सारंडा और कोल्हन क्षेत्र में सक्रिय थे और एक करोड़ के इनामी माओवादी मिसिर बेसरा के ग्रुप से जुड़े हुए थे।’ बता दें कि झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले की गिनती देश के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों में होती है।

NIA ने PLFI सदस्य को गिरफ्तार किया
उधर एक अन्य मामले में NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने झारखंड और असम में झापेमारी करते हुए नक्सली समूह PLFI (पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के एक सशस्त्र कैडर को गिरफ्तार किया है। इस बारे में गुरुवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए एजेंसी ने बताया कि NIA की अलग-अलग टीमों ने स्थानीय पुलिस की मदद से बुधवार को झारखंड और असम में दो-दो स्थानों पर छापेमारी और तलाशी ली। इस दौरान झारखंड के खूंटी जिले से बिनोद मुंदा उर्फ सुक्खवा नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया।

नक्सलवाद को फिर से जगाने की थी साजिश
एनआईए द्वारा पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद संगठन की गतिविधियां दोबारा शुरू करने के प्रयासों के लिये मार्टिन केरकट्टा और अन्य सदस्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत 11 अक्टूबर, 2023 को मामला दर्ज किया गया था। बिनोद मुंडा को पीएलएफआई की गतिविधियां दोबारा शुरू करने के प्रयासों के मामले में गिरफ्तार किया है।

4 मामलों में वांटेड था आरोपी, करता था जबरन वसूली
एजेंसी के मुताबिक आरोपी बिनोद मुंदा PLFI का एक सशस्त्र कैडर है, और झारखंड में PLFI से जुड़े चार मामलों में वांछित था। जांच एजेंसी के मुताबिक उसे PLFI को दोबारा खड़ा करने की कोशिशों से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। NIA की जांच के अनुसार, PLFI को पुनर्जीवित करने की इन्हीं कोशिशों के तहत PLFI के सदस्य व कैडर झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में विभिन्न कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर्स, रेलवे ठेकेदारों और बिजनेसमैन से जबरन वसूली के माध्यम से धन जुटाने के मामलों में शामिल थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button