12वीं टॉपर

एक मिसाल: ओडिशा की काम्या मिश्रा ने अपने पहले ही प्रयास में देश की सबसे प्रतिष्ठित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर दूसरों उम्मीदवारों के लिए एक मिसाल कायम की है. उनकी यह प्रेरक यात्रा कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है.
ओडिशा की रहने वाली काम्या बचपन से ही मेधावी छात्रा थीं. वह 2014 में अपनी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 98.6% अंकों के साथ सीबीएसई क्षेत्रीय टॉपर थीं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ओडिशा के केआईआईटी इंटरनेशनल स्कूल में प्राप्त की है.
इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की, जहां उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने की चुनौतीपूर्ण यात्रा शुरू करने का फैसला किया. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उनका प्रमुख विषय राजनीति विज्ञान था.
काम्या मिश्रा ने असाधारण दृढ़ता का प्रदर्शन किया और साल 2019 में अपने पहले प्रयास में ऑल इंडिया 172वीं रैंक हासिल करते हुए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर डाली. विशेष रूप से, उन्होंने 22 साल की उम्र में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में प्रवेश किया. शुरुआत में उन्हें हिमाचल कैडर अलॉट किया गया था, बाद में उन्हें बिहार कैडर के लिए ट्रांस्फर कर दिया गया.
वह शुरुआत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में तैनात थीं और केवल 22 साल की छोटी उम्र में पुलिस की वर्दी में होने के कारण अक्सर सभी का ध्यान आकर्षित करती थीं. बिहार में उनकी पहली पोस्टिंग पटना में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में हुईसाल 2021 में, काम्या ने बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी और आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र अवधेश सरोज से शादी की. इस समय दोनों बिहार में ही पोस्टेड हैं.