काशीपुर में बंधक बनाए गए 35 नेपाली युवाओं को रेस्क्यू किया

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा

देहरादून : उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से नेपाली युवकों को बंधक बनाकर रखे जाने के मामले का खुलासा हुआ है। तीन नाबालिगों समेत 32 नेपाली नागरिकों को गुरुवार को उधम सिंह नगर (यूएस नगर) जिले के एक घर से छुड़ाया गया। वहां उन्हें आकर्षक नौकरियों का वादा करके भारत में बुलाकर कथित तौर पर करीब चार महीने तक बंधक बनाकर रखा गया था। नेपाल दूतावास, उत्तराखंड पुलिस और एनजीओ केआईएन इंडिया ने संयुक्त अभियान चलाया। 21 वर्षीय नेपाली नागरिक बीरेंद्र शाही समेत तीन लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है।

नेपाली युवकों को आरोपियों ने आकर्षक नौकरियों का वादा करके साथ जोड़ा था। उनमें से प्रत्येक से 10 हजार से 30 हजार रुपये लिए, लेकिन काशीपुर पहुंचने के बाद उसने और उसके साथियों ने उन्हें बंधक बना लिया। उनके साथ मारपीट भी की गई। भारत में नेपाल दूतावास के आधिकारिक हैंडल ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बचाए गए व्यक्तियों को वापस भेज दिया जाएगा।

35 और नागरिकों को बचाने का प्रयास
रुद्रपुर से 35 और नेपाली नागरिकों को बचाने के प्रयास जारी हैं। यूएस नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने को बताया कि दूतावास के एक अधिकारी ने गुरुवार को पुलिस को सतर्क किया था। एसएसपी ने कहा कि सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ काशीपुर में महाराज सिंह के घर पर छापा मारा, जहां 14-15 साल की उम्र के तीन लड़कों सहित 32 लोग मिले।

एसएसपी ने कहा कि पीड़ित नेपाल के गरीब परिवारों से थे। उन्हें नौकरी का वादा करके बीरेंद्र शाही भारत लाया था। उसने उनमें से प्रत्येक से 10,000 से 30,000 रुपये लिए थे। काशीपुर में उसने और उसके साथियों गाजीपुर के 28 वर्षीय सचिन कुमार एवं रुद्रपुर के 29 वर्षीय मनीष तिवारी ने उन्हें बंधक बना लिया। उनके साथ मारपीट की।

मामले में तीन गिरफ्तार
पीड़ितों को दिल्ली स्थित एक फर्म के लिए दैनिक उपयोग के उत्पाद बेचने के लिए मजबूर किया गया, जिसके लिए एकत्र किए गए पैसे ट्रांसफर किए गए। तीनों आरोपियों के खिलाफ गुरुवार को बीएनएस की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बीएनएस की धारा 127(1) (गलत तरीके से बंधक बनाना), 137(2) (अपहरण) और 111(2) (संगठित अपराध) के तहत केस दर्ज। पुलिस ने शुक्रवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बचाव कार्य में शामिल केआईएन इंडिया के प्रतिनिधि नवीन जोशी ने कहा कि रुद्रपुर में पकड़ में आए करीब 35 और नेपाली नागरिकों को बचाने के लिए रविवार को एक और अभियान चलाया जा रहा है।

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