IFS संजीव चतुर्वेदी केस सुनवाई से जज ने खुद को किया अलग

देहरादून : भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी से जुड़े मामले में एक और जज ने खुद को केस से अलग कर लिया है. इस बार मामला आपराधिक मानहानि से जुड़ा है. जिस पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने खुद को केस से अलग किया है.

भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी अकसर विभिन्न मामलों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. चतुर्वेदी अपनी सेवाओं को लेकर अलग अलग कोर्ट में न्यायिक लड़ाई भी लड़ रहे हैं. इस बीच इस बार उनका आपराधिक मानहानि से जुड़ा एक मामला चर्चाओं में आया है.

क्या है मामला? दरअसल, संजीव चतुर्वेदी ने नवंबर 2023 में केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण के सदस्य मनीष गर्ग के खिलाफ मामला दायर किया था. जिस पर अब आगे सुनवाई होनी थी, लेकिन नैनीताल की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चतुर्वेदी के इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है.

संजीव चतुर्वेदी ने अक्टूबर 2023 में खुले न्यायालय में ही उनके खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किए जाने का आरोप लगाया था और इसे उन्होंने अपनी मानहानि माना था. मामले को लेकर उन्होंने हाई कोर्ट की शरण ली थी, लेकिन अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने ये कहते हुए खुद को इस सुनवाई से अलग कर लिया कि कैट (CAT) के ही एक सदस्य से उनके पारिवारिक संबंध है.

संजीव चतुर्वेदी के इस मामले में आपराधिक अवमानना नोटिस जारी हो चुका है. हालांकि, अब इस प्रकरण पर पारिवारिक संबंधों का हवाला देते हुए अपर मुख्य नायक मजिस्ट्रेट इससे अलग हो गई है. इससे पहले भी संजीव चतुर्वेदी से जुड़े विभिन्न मामलों से न्यायाधीश खुद को अलग कर चुके हैं.

अब तक 14 जज केस हो चुके अलग: इस तरह कुल संख्या देखें तो अब तक 14 जजों ने संजीव चतुर्वेदी से जुड़े मामलों में खुद को अलग किया है. इससे पहले संजीव चतुर्वेदी की सेवाओं से जुड़े मामलों में कई जज खुद को सुनवाई से अलग कर चुके हैं.

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