पूरी दुनिया को बताया जायेगा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत का पक्ष
शशि थरूर-ओवैसी सहित 30 सांसदों का दल बतायेगा पाकिस्तान की सच्चाई

नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की हालत खस्ता हो गई है। इस ऑपरेशन के जरिए पूरी दुनिया ने भारत की ताकत भी देख ली है। इस बीच अब सरकार पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले में पूरी दुनिया में उसकी पोल खोलने की तैयारी कर रही है। ऐसे में खबर आ रही है कि इसके लिए केंद्र सरकार ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से संपर्क साधा है।
पाकिस्तान की सरजमीं से चलाए जाने वाले आतंकवाद के खिलाफ वह दुनियाभर में भारत की राय रखेंगे। थरूर को भारत की तरफ से एक बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। उन्हें इस मामले में भारत का पक्ष रखने के लिए एक अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। शरूर को विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का सदस्य बनाया गया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर को मोदी सरकार ने एक अहम राष्ट्रीय मिशन का हिस्सा बनाया है। बीते कुछ समय से केंद्र सरकार के करीब दिखाई दिए थरूर अब एक अंतरराष्ट्रीय दौरे पर भारत का पक्ष मजबूत करते नजर आएंगे। दरअसल, पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को वैश्विक मंचों पर उजागर करने के लिए केंद्र सरकार ने सांसदों के एक विशेष डेलिगेशन का गठन किया है, जिसमें शशि थरूर को भी शामिल किया गया है।
विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी), जनता दल (यूनाइटेड), बीजू जनता दल, माकपा और कुछ अन्य दल के सांसदों को विदेश भेजा जाएगा.
अमेरिका और ब्रिटेन जाएंगे शशि थरूर
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस सांसद शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने अमेरिकी और UK जाएंगे. उनके साथ 6 और सांसद होंगे. जेडीयू की ओर से संजय झा के शामिल होने की संभावना है. 22 मई को यह डेलिगेशन रवाना होगा. इसी तरह अलग अलग डेलिगेशन अलग-अलग देशों में जाएगा.
शशि थरूर, मनीष तिवारी, अमर सिंह और सलमान खुर्शीद भी जाएंगे विदेश
कांग्रेस ने कहा है कि वो विदेश भेजे जाने वाले मल्टी पार्टी डेलिगेशन का हिस्सा होगी. डेलिगेशन विदेशों में जाकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का पक्ष रखेगा. कांग्रेस की ओर से शशि थरूर, मनीष तिवारी, अमर सिंह और सलमान खुर्शीद को भेजे जाने की संभावना है.
अन्य दलों से कौन-कौन सांसद जाएंगे विदेश
सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, जद (यू) के संजय झा, बीजद के सस्मित पात्रा, राकांपा (एसपी) की सुप्रिया सुले, द्रमुक की के कनिमोझी, माकपा के जॉन ब्रिटास और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी को भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने के लिए कहा जा रहा है.इस मामले पर फिलहाल सरकार की तरफ से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.