चार धाम यात्रा में तैनात हेलिकॉप्टरों की उड़ानें 35 फीसदी घटाई

केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं को सबसे कम किया

देहरादून: उत्तराखंड में 8 मई से 7 जून तक हुए चार हेलिकॉप्टर हादसों की गंभीरता को देखते हुए एविएशन रेगुलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को सख्त कदम उठाए हैं। उत्तराखंड के चार धाम यात्रा 2025 में श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर की सर्विस दे रहीं 9 एविएशन कंपनियों में से एक केस्ट्रल एविएशन की सेवाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। साथ ही, चार धाम यात्रा के लिए अब हेलिकॉप्टर सेवा दे रहीं कंपनियां मनमर्जी से टेक ऑफ नहीं कर सकेंगी। इनकी उड़ानों में 35 फीसदी तक की कटौती की गई है।

डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि उड़ानों में यह कटौती केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं दे रही एविएशन कंपनियों पर लगाई गई है। 25 से 35 फीसदी तक उड़ान कम करने की कैपिंग की गई है। केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं को सबसे कम किया गया है।

इस मामले में NBT में सोमवार को ही चार हेलिकॉप्टर हादसे की खबर विस्तार से छापी गई थी। इसके बाद सोमवार शाम को DGCA ने यह कदम उठाया है। DGCA ने यह भी कहा है कि हेलिकॉप्टर की सेवाएं दे रहीं कंपनियों को लोड फैक्टर भी सुनिश्चित करना होगा। हेलिकॉप्टर को इन दिशा-निर्देशों का पालन कर ही उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी।

स्टेशन, बस स्टैंड जैसे हालात
अधिकारी ने बताया कि असल में ऑडिट में देखा गया कि यह एविएशन कंपनियां विभिन्न हेलिपैड से चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को इस तरह से कैरी कर रहीं थीं, जैसे हेलिपैड ना होकर, भीड़भाड़ वाला कोई रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड हो। कई बार ऐसे मामले आए, जिनमें जिंदगियों को दांव पर लगाकर यहां हेलिकॉप्टर सेवाएं दी जा रहीं थीं। अब ऐसा नहीं चल सकता।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button