महराजगंज में दो बार नोटिस के बाद अवैध मकानों पर कार्रवाई

सड़क सीमा में बने 9 भवन बुलडोजर से ढहाये गये

महराजगंज/अंबेडकरनगर :  प्रदेश में अवैध निर्माण और अतिक्रमण को लेकर लगातार कार्रवाई जारी है. इसके तहत गुरुवार को महराजगंज के सदर क्षेत्र अंतर्गत अमरुतियां खास वार्ड नंबर 4 में गुरुवार को अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर कार्रवाई की गई.

अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई में कुल 9 अवैध मकानों पर कार्रवाई की गई है. इसकी अगुवाई नायब तहसीलदार देशदीपक त्रिपाठी और प्रशासनिक अधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने की. मौके पर महराजगंज और घुघली थाने की फोर्स तैनात रही, सदर तहसीलदार पंकज शाही ने बताया कि यह भूमि सड़क के खाते में दर्ज थी, जिस पर संबंधित लोगों द्वारा अवैध निर्माण कर लिया गया था. इसको लेकर न्यायालय से उनके विरुद्ध बेदखली का आदेश पारित किया गया था. उक्त आदेश के विरुद्ध इन लोगों ने जिलाधिकारी न्यायालय में अपील की थी, लेकिन वह अपील भी खारिज कर दी गई.

प्रशासन द्वारा इन्हें दो बार मई और जून में नोटिस जारी कर कब्जा हटाने का निर्देश दिया गया था. आज जब संबंधित लोगों ने स्वयं अपना सामान हटा लिया, तब प्रशासन द्वारा बुलडोजर की सहायता से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया.

अंबेडकरनगर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान : जिले में गुरुवार दोपहर नगर पालिका परिषद, पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया. बसखारी रोड स्थित बड़े पुल के पास एक भवन को सड़क सीमा में बने होने के कारण बुलडोजर से ढहाया गया. यह कार्रवाई करीब चार घंटे तक चली. प्रशासनिक टीम दोपहर 12 बजे के बाद मौके पर पहुंची और भवन को खाली कराने की कार्रवाई शुरू की.

नगर पालिका परिषद जलालपुर के अधिशासी अधिकारी अरविंद कुमार पासवान का कहना है कि अतिक्रमण वाले भवन व दुकानों को चिह्नित कर नोटिस दी गई है. पंद्रह दिन की मोहलत के बाद अभियान शुरू किया गया है. अतिक्रमण की जद में आए कुछ मकान गिराए गए हैं. 53 लोगों को नोटिस दी गई है, जहां तक निशान लगाया गया है, वहां तक अतिक्रमण हटाया जाएगा.

कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्रित हुई. प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह जमीन राजस्व अभिलेखों में सरकारी दर्ज है, जिस पर लंबे समय से कुछ लोगों ने अवैध निर्माण कर कब्जा किया था. समय से पूर्व उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन कार्रवाई की चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया.

अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है. जिले में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा. अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नियमानुसार आगे भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई के बाद इलाके में अन्य अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया है.

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