आगरा धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंड दिल्ली से गिरफ्तार

दिल्ली समेत पूरे देश में तार, कौन है अब्दुल रहमान?

आगरा : अब्दुल रहमान एक ऐसा नाम जो देश में धर्मांतरण करवाने का मास्टर माइंड था. दिल्ली समेत पूरे देश में अपने तार फैलाए थे. मौलाना कलीम सिद्दीकी के बाद अब्दुल रहमान ने ही धर्मांतरण की कमान संभाल ली. खुद पहले हिंदू से ईसाई बना, जब ईसाई धर्म समझ नहीं आया, तो मुस्लिम बन गया और फिर इसने ठेका उठाया हिन्दू लड़के-लड़कियों को मुस्लिम बनाने का.

मौलाना कलीम सिद्दीकी को उम्र कैद की सजा होने के बाद अब्दुल रहमान ने उसकी जगह संभाल ली. मौलाना कालीन सिद्दीकी की तर्ज पर वह काम करने लगा. विदेश से फंडिंग गोवा से गिरफ्तार की गई आयशा के पास आती थी और आयशा अब्दुल रहमान के संपर्क में रहती थी. अब्दुल रहमान और आयशा मिलकर इस पैसे को देश में अलग-अलग बांटते थे.

यूपी के आगरा में आगरा पुलिस ने एक बड़े धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश किया है. आगरा पुलिस ने 6 राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वही आगरा पुलिस ने अभी तक की हुई जांच के मुताबिक दिल्ली से अब्दुल रहमान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. जो इस पूरे सिंडिकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आगरा पुलिस की जांच के मुताबिक अब्दुल रहमान का गैंग अभी तक सैकड़ो लोगों का धर्मांतरण करा चुका है.

आगरा पुलिस ने अब्दुल रहमान को दिल्ली से उसके मुस्तफाबाद के घर से अरेस्ट किया है. जब आगरा पुलिस ने अब्दुल रहमान के घर पर छापेमारी की तो उसके घर से धर्मांतरण से जुड़ी बड़ी संख्या में किताबें मिलीं. आगरा पुलिस के मुताबिक यह किताबें मौलाना कलीम सिद्दीक़ी ने लिखी थी.लेकिन इन किताबों को बांटता रहमान था. आगरा पुलिस के मुताबिक अब्दुल रहमान खुद कन्वर्टेड मुस्लिम है. साल 1990 में महेंद्र पाल से मुस्लिम धर्म स्वीकार कर अब्दुल रहमान बन गया अब्दुल रहमान फिरोजाबाद का रहने वाला है. उसकी पत्नी और दोनों बेटों की पत्नियां भी कन्वर्टेड मुस्लिम हैं जो पहले हिंदू थीं.

रहमान को गोवा से आयशा भेजती थी पैसा
आगरा पुलिस पुलिस ने गोवा से आयशा, जयपुर से मोहम्मद अली, कोलकाता से ओसामा, पश्चिम बंगाल से दो, उत्तराखंड से एक, दिल्ली से एक, राजस्थान से तीन और उत्तर प्रदेश से दो लोगों को गिरफ्तार किया. आयशा और मोहम्मद अली की पूछताछ में रहमान के नाम का खुलासा हुआ. आगरा पुलिस की पूछताछ में आयशा और मो अली ने बताया कि रहमान चचा जैसा कहते, वैसा करते हैं. रहमान अपने गैंग के लोगों को समय-समय पर निर्देश देता था और खुद भी लोगों का ब्रेन वॉश करता था. विदेशों से जो फण्ड आता था आयशा उस फण्ड को अब्दुल रहमान को भेजती थी.

कौन है आयशा ?
आगरा पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आयशा और उसका पति अली हसन उर्फ शेखर राय ही इस गैंग के एक्टिव मैंबर है. दोनों ने मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद धर्मांतरण का गैंग चलाना शुरू कर दिया था. आगरा पुलिस के मुताबिक अली हसन कलकत्ता की एक कोर्ट का कर्मचारी है. वह गिरोह के सदस्यों को कानूनी प्रक्रिया की जानकारी देता था. आयशा उर्फ एसबी कृष्णा मूल रूप से उड़ीसा की रहने वाली है.एसबी कृष्ण ने भी इस्लाम अपनाने के बाद अपना नाम आयशा रख लिया था. मूल रूप से मध्य प्रदेश का रहने वाला सऊद गोवा की रहने वाली आयशा को पैसे भेजता था. आयशा ने दो-तीन व्हॉट्सएप ग्रुप बनाए हुए थे. इन ग्रुप में धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को ही जोड़ा जाता था. आयशा ही पूरे देश में धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को पैसे भेजती थी. आयशा को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

रहमान के घर से रोहतक से गायब हुई लड़की बरामद
आगरा पुलिस में जब रहमान के घर पर छापेमारी की तो उसे समय रहमान के घर पर उन्हें एक लड़की भी मिल. आगरा पुलिस ने जब इस मामले में पूछताछ की तो यह पता चला कि रहमान के घर पर रहने वाली लड़की हरियाणा के रोहतक की है. जब इस सिलसिले में आगरा पुलिस ने रोहतक पुलिस से इस मामले में जानकारी ली तो यह पता चला कि नवंबर के महीने में लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई थी फिलहाल आगरा पुलिस ने रोहतक से गायब लड़की को रेस्कयू कर अपने साथ आगरा लेकर चली आयी. आगरा पुलिस ने हरियाणा के रोहतक पुलिस को इसकी सूचना दे दी है. फिलहाल आगरा पुलिस इस मामले में अभी भी जांच में जुटी है आगरा पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में इस सिंडिकेट से जुड़े हुए और भी लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है.

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