मोदी सरकार को तानाशाह कहने वाली कांग्रेस इमरजेंसी को भूल जाती है: राजनाथ सिंह
मां के अंतिम संस्कार में कांग्रेस ने पेरोल तक नहीं दी थी.......

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और बीआरएस नेता के. कविता को भ्रष्टाचार के आरोप में ईडी गिरफ्तार कर जेल में बंद कर चुकी है. इन गिरफ्तारियों को कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष मोदी सरकार की तानाशाही करार दे रहा है. इस मुद्दे पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को करारा जवाब दिया है. राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में रूंधे गले से कहा, ‘इमरजेंसी के दिनों में मां के अंतिम संस्कार के लिए मुझे कांग्रेस ने पेरोल तक नहीं दी थी. वे अब हमें डिक्टेटर कहते हैं.’
‘इमरजेंसी लगाने वाले लगा रहे तानाशाही का आरोप’
इंटरव्यू में राजनाथ सिंह इमरजेंसी के दिनों को याद करते कहते हैं, ‘जिन लोगों ने इमरजेंसी के जरिए देश में तानाशाही चला, वे अब हम पर तानाशाह होने का आरोप लगाते हैं. इमरजेंसी के दिनों में उन्हें जेल में क्यों डाला गया था. इस सवाल पर राजनाथ कहते हैं कि वे देश में इमरजेंसी के बुरे प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा कर रहे थे. उनके इस अभियान से इंदिरा सरकार चिढ़ गई और उन्हें जेल में डाल दिया गया.’
‘मां के अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं मिला पेरोल’
रूंधे हुए गले से राजनाथ सिंह बताते हैं, मैं जेल में था, ‘तभी मेरी मां को ब्रेन हैमरेज हुआ. उन्हें वाराणसी के माता अमृतानंदमयी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां वे 27 दिनों तक जिंदगी- मौत के बीच जूझती रहीं. उनका देहांत होने के बाद मुझे उनके क्रियाक्रम के लिए भी पेरोल नहीं दिया गया. अब वही लोग हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं.’
क्या चीन ने हमारी जमीन कब्जा ली है?
अपने इस इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और चीन पर भी खुलकर बात की. क्या चीन ने पूर्वी लद्दाख में भारत की जमीन कब्जा ली है, इस बारे में पूछे जाने पर रक्षामंत्री ने कहा, मैं ऐसा नहीं मानता. हां, मैं ये जरूर कहूंगा कि मोदी सरकार के रहते कोई हमारी जमीन पर कभी कब्जा नहीं कर सकता.
‘पीओके हमारा था और हमेशा रहेगा’
पीओके के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा, पीओके हमारा था, है और रहेगा. पाकिस्तान को नसीहत देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, उसे आतंवाद पर काबू पाना चाहिए. अगर वह खुद को ऐसा करने में असमर्थ महसूस करता है तो वह अपने पड़ोसी भारत की मदद ले सकता है. हम इस काम में उसकी मदद के लिए तैयार हैं.