छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र में नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 10 नक्सली मारे गए

कांकेर/बस्तर: नारायणपुर मुठभेड़ में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। नक्सलियों और जवानों के बीच करीब 9 घंटे चली मुठभेड़ के बाद जवानों ने 10 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। मारे गए नक्सलियों में 3 महिला और 7 पुरुष माओवादी शामिल हैं। नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर 29 अप्रैल को जवान नारायणपुर और कांकेर जिले के बॉर्डर इलाके में सर्चिंग पर निकले हुए थे। रात भर सर्चिंग के बाद 30 अप्रैल की सुबह अबूझमाड़ के टेकामेटा के जंगलों में डीआरजी और एसटीएफ़ के जवानों का सामना नक्सलियों से हो गया।
जानकारी के अनुसार, प्राथमिक तौर पर मुठभेड़ में मारे गये माओवादियों में से दो की शिनाख्त डीवीसीएम जोगन्ना और डीवीसीएम विनय उर्फ अशोक के रूप में हुई है। अन्य की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। मुठभेड़ स्थल की सर्चिंग के दौरान जवानों ने एक AK 47, एक इंसास राइफल, सहित भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद जब्त किया है। जवान अभी भी जंगलों में हैं और इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं
इससे पहले उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर नारायणपुर के अबूझमाड़ इलाके में मंगलवार सुबह डीआरजी और एसटीएफ के जवानों के साथ हुई मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गए हैं। इनमें 3 महिला नक्सली शामिल हैं। इन सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। घटनास्थल से एक AK-47 समेत भारी मात्रा में हथियार मिले हैं।
वहीं बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने नक्सल मुठभेड़ पर जानकारी देते हुए बताया था कि मुठभेड़ में सात नक्सली ढेर हुए हैं। इनमें दो से तीन महिला नक्सली भी शामिल हैं। नक्सलियों का शव लाने के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। अभी भी सर्चिंग जारी है। करीब 50 नक्सलियों के होने की बात कही गई है।
गौरतलब हो कि इसी इलाके में देश का सबसे बड़ा नक्सली पुलिस मुठभेड़ हुआ था। जहां जवानों ने 29 नक्सलियों को मुठभेड़ में मारे गए थे।