776 करोड़ के घोटाले में पूर्व IAS अरूण पति गोपालगंज से गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ अबकारी विभाग से जुड़ा है कनेक्शन

गोपालगंज(बिहार): छत्तीसगढ़ में हुए 776 करोड़ के घोटाले के मामले में गोपालगंज की पुलिस ने पूर्व आईएएस और छत्तीसगढ़ अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी को आज (12 अप्रैल) गिरफ्तार कर लिया है. भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव से गिरफ्तारी हुई है. पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है. एसपी ने बताया कि आईएएस कैडर के पदाधिकारी और छत्तीसगढ़ में अबबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव रहे अरुण प्रति त्रिपाठी पर घोटाला का मामला दर्ज है.
छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले प्रकाश पति त्रिपाठी के पुत्र अरुण पति त्रिपाठी 9 माह तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे और बीते जनवरी माह से ही मोबाइल बंद कर फरार चल रहे थे. आज गोपालगंज की पुलिस ने भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव से गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौप दिया है.
छत्तीसगढ़ की पुलिस ने दी थी इनपुट
छत्तीसगढ़ पुलिस की इनपुट पर गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र की पुलिस ने सिसई गांव से अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया और इन्हें छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौंप दिया है. इन पर ईडी का केस है. वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूर्व विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे छतीसगढ़ में नई सरकार गठन होने के बाद साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगा रहे हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ 776 करोड़ रुपये की शराब घोटाला का मामला आया था, जिसमें सरकार ने नए सिरे से जांच के लिए एसीबी और ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज की. एफआईआर में गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई निवासी और छत्तीसगढ़ के अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के एमडी अरुण पति त्रिपाठी समेत 70 लोगों को अभियुक्त बनाया था.