सरकार की टेलीकॉम ऑपरेटर्स को वार्निंग, इंटरनेशनल फेक कॉल्स को करना होगा ब्लॉक

नई दिल्ली: सरकार ने फेक इंटरनेशनल कॉल को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने टेलीकॉम ऑपरेटर को फेक इंटरनेशनल कॉल्स को ब्लॉक करने के लिए आदेश दिया है. आपको बता दें ये फेक इंटरनेशनल कॉल्स दिखने में भारतीय नंबर जैसी दिखाई देती हैं. डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DOT) के अनुसार इस तरीके की कॉल की काफी समय से शिकायत आ रही थी, जिसके बाद DOT ने सख्त कदम उठाया है.

DOT के अनुसार इन फेक इंटरनेशनल कॉल का सीधा संबंध स्कैमर्स के साथ है. स्कैमर्स इन नंबरों का उपयोग यूजर्स को डिजिटल अरेस्ट, FedEX स्कैम, कूरियर में ड्रग्स होने की जानकारी पुलिस अधिकारी बनकर देते थे और फिर ये लोगों को इन्हीं नंबरों के जरिए ठगने का काम करते थे.

फेक कॉल को बंद करने के लिए बनाया नया सिस्टम
DOT और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSP) ने साथ मिलकर एक सिस्टम बनाया है, जो फेक इंटरनेशनल कॉल की पहचान करता है और ऐसी कॉल का यूजर्स तक पहुंचने से रोकता है. ये सिस्टम एक बार जब फेक कॉल्स की पहचान कर लेता है तो उन नंबर को हमेशा के लिए ब्लॉक कर देता है.

संचार साथी की मदद से कर सकते हैं रिपोर्ट
DoT की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, TSP पहले से भारतीय लैंडलाइन नंबर्स पर आने वाली इंटरनेशनल फेक कॉल्स को ब्लॉक कर रहा है. कम्युनिकेशन मिनिस्ट्री ने कहा,’ सभी कोशिश के बाद अभी भी कुछ धोखेबाज हो सकते हैं जो अलग-अलग तरीकों से सफल होते हैं. ऐसी कॉल के लिए आप संचार साथी में जाकर चक्षु पर ऐसे संदिग्ध फ्रॉड कम्युनिकेशन की रिपोर्ट करके सभी की मदद कर सकते हैं.

60 दिनों के अंदर 6.8 लाख मोबाइल नंबरों पर कार्यवाही
पिछले हफ्ते टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को 60 दिनों के अंदर 6.8 लाख मोबाइल नंबरों का तुरंत री-वेरिफिकेशन करने के निर्देश जारी किए हैं. ये वो नंबर्स हैं, जिनके बारे में संदेह है कि उन्हें फेक डॉक्युमेंट्स के जरिए इश्यू कराया गया था. डिपार्टमेंट ने एडवांस AI-ऑपरेटेड एनालिसिस के बाद इन मोबाइल नंबरों को संभावित रूप से धोखाधड़ी के रूप में चिह्नित किया है.

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