495 साल बाद रामलला के भव्य महल में खेली गई होली
अयोध्या के राम मंदिर में कैसे मनाई गई पहली होली?

अयोध्या (उप्र)ः अयोध्या स्थित राम मंदिर में सोमवार को भव्य होली उत्सव मनाया जा रहा है. सुबह ही अलग-अलग जगहों से लोग मंदिर पहुंचे और उन्होंने मूर्ति पर रंग और गुलाल चढ़ाया. अपने आराध्य को होली पर रंग चढ़ा कर आह्लादित हुए भक्तों के उल्लास से पूरा राम जन्मभूमि परिसर रंगों के त्योहार की खुशी में डूब गया.
राम मंदिर के प्रांगण में पुजारियों ने मूर्ति पर पुष्प वर्षा की और भगवान के साथ होली खेली. साथ ही राग भोग और श्रृंगार के तहत भगवान को अबीर-गुलाल अर्पित किया गया. पुजारियों ने भक्तों के साथ होली के गीत गाए और रामलला को प्रसन्न करने के लिए मूर्ति के सामने नृत्य किया.
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा-
‘रामलला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली होली मनायी जा रही है. रामलला की आकर्षक मूर्ति को फूलों से सजाया गया है, माथे पर गुलाल लगाया गया है. इस अवसर पर रामलला की मूर्ति ने गुलाबी पोशाक पहनी थी.’
अयोध्या के नया घाट निवासी राम कृपाल राममंदिर में होली खेलकर काफी खुश थे. उन्होंने कहा, “यह शुभ घड़ी बहुत दिनों बाद आई है. पहले रामलला टेंट में थे तो ऐसा नहीं हो पाता. बड़ा शुभ अवसर है, हम लोगों ने दरबार में खूब होली खेली. बाराबंकी से दिनेश भी आज दर्शन करने पहुंचे थे.”
उन्होंने कहा कि रामलला ने भी 495 साल बाद भव्य महल में होली खेली. इस दौरान देश भर के लोग मंदिर पहुंचे. अयोध्या में होली में सबसे पहले मठ मंदिरों में विराजमान भगवान को अबीर गुलाल अर्पित कर होली खेलने की अनुमति मांगी गई. इसके बाद पूरी अयोध्या रंग उत्सव के उल्लास में डूब गई।
एक पुजारी ने बताया कि आज रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया. पुजारी ने भी रामलला को होली के गीत सुनाए. वहीं रामजन्म भूमि परिसर में रामलला के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु भी होली के गीतों पर नाचते, झूमते, गाते नजर आए. इसी तरह पूरी रामनगरी में होली का उल्लास छाया रहा।