अस्थमा-इंफेक्शन है क्या? सर्दी-जुकाम भी नहीं छू पाएगा, काले फेफड़ों को भी साफ बना देंगी 6 चीज

फेफड़ों को खराब होने से बचाना बहुत जरूरी है, वरना आपको साफ सांस नहीं मिल पाती। अगर आपको बार-बार फेफड़ों की बीमारी होती रहती है तो लंग्स हेल्थ के लिए बेस्ट इन फूड्स का सेवन करें।
फेफड़ों में घुस गई है कमजोरी
ऑक्सीजन शरीर की प्राण वायु है। इसे फिल्टर करने का काम फेफड़े करते हैं। कई बार सफाई के दौरान बैक्टीरिया, वायरस या माइक्रोब्स लंग्स के अंदर ही फंस रह जाते हैं। इसके बाद खांसी, जुकाम, इंफेक्शन और अस्थमा की बीमारी हो सकती है। इनसे बचने के लिए लंग्स को मजबूत बनाने वाली चीजें लेनी चाहिए। स्मोकिंग करने वालों को भी इन फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए।
शिमला मिर्च
शिमला मिर्च फेफड़ों को मजबूत बना सकती हैं। इनके अंदर विटामिन सी भरा होता है। एक शोध बताता है कि यह एंटीऑक्सीडेंट स्मोकिंग करने वालों के फेफड़ों का फंक्शन भी बेहतर बना देता है।
चुकंदर के पत्ते
चुकंदर और उसके पत्तों के अंदर नाइट्रेट होता है। यह कंपाउंड ब्लड वेसेल्स को रिलैक्स करता है, जिससे लंग्स फंक्शन बेहतर बनाता है। इससे बीपी कम होता है और ऑक्सीजन की खपत बढ़ती है।
कद्दू
कद्दू का रंग कैराटोनोइड्स की वजह से ऐसा होता है। इसमें बीटा कैरोटीन, लुटीन और जीक्सैंथिन होता है। ये कंपाउंड फेफड़ों की सूजन कम करते हैं। अस्थमा के मरीजों को इससे फायदा पहुंचता है।
हल्दी
हल्दी फेफड़ों के लिए बढ़िया फूड है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी भी होते हैं और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। इसके सेवन से लंग्स फंक्शन भी सुधरता है और अंदरुनी सूजन भी कम होती है।
ग्रीन टी
अगर आप लंग्स इंफेक्शन से परेशान हैं तो फेफड़ों के अंदर इंफ्लामेशन जरूर होगी। ऐसे में ग्रीन टी का सेवन करें। इसके एंटी इंफ्लामेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और एंटीऑक्सीडेंट्स लंग्स को डैमेज होने से रोकते हैं।
ऑलिव ऑयल
फेफड़ों के लिए ऑलिव ऑयल अच्छा तेल है। इसका सेवन अस्थमा जैसी रेस्पिरेटरी कंडीशन को मैनेज करने में मदद करते हैं। फेफड़े पूरी तरह बीमारियों से दूर रह पाते हैं।
————— (उपरोक्त सभी उपाय आयुर्वेद के घरेलू उपचार के अनुसार बताये जा रहे है)