जैश-ए-मोहम्मद के खूंखार आतंकी मौ, अब्दुल अजीज की मिली लाश

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लाहौर (पाकिस्तान) : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से पाकिस्तान में डर का माहौल हैं। भारत के सफल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में 100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए और 9 आतंकी ठिकाने तबाह हो गए। पाकिस्तान में भारत विरोधी कई आतंकी रहते हैं, जो भारत की एयरस्ट्राइक्स में मारे गए। हालांकि पिछले तीन साल में पाकिस्तान में रहने वाले कई भारत विरोधी आतंकी रहस्यमयी तरीके से मारे गए हैं। पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों के इन आतंकियों को मार गिराने के मामले समय-समय पर ही सामने आते हैं। अब पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन का अंत हो गया है।

पाकिस्‍तान में भारत के एक और दुश्‍मन का काम तमाम हो गया है। आतंक का चेहरा कहे जाने वाले जैश ए मोहम्‍मद के कमांडर और खूंखार आतंकवादी मौलाना अब्दुल अजीज इसर की मौत हो गई है। पाकिस्तान के बहावलपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी लाश मिली है। बहावलपुर में ही जैश का मुख्यालय भी है। अब्दुल अजीज की मौत की खबर से पूरे पाकिस्‍तान में खलबली मच गई है। इस कुख्यात जैश-ए-मोहम्मद आतंकी ने भारत के खिलाफ जहर उगला था। हालांकि उसकी मौत कैसे हुई, यह अब तक एक रहस्य बना हुआ है।

अब्दुल अजीज ईसर पंजाब प्रांत के भक्कर जिले के अशरफवाला, कल्लूर कोट क्षेत्र का रहने वाला था और जैश के शीर्ष नेतृत्व में शामिल था। वह लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा था और कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता था। सूत्रों के अनुसार, उसका जनाजा जैश के मुख्यालय बहावलपुर स्थित ‘मरकज’ में आयोजित किया जाएगा। वहां आतंकी संगठन के अन्य शीर्ष नेताओं और कट्टर समर्थकों के शामिल होने की संभावना है। मौलाना अजीज की मौत को जैश के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह संगठन की विचारधारा और आतंकी भर्ती अभियान का अहम चेहरा था।

अभी पाकिस्तान की और से अधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन इस बात की पूरी खबर है कि भारत के टुकड़े करने का ख्वाब देखने वाला आतंकी मारा गया है. खबरों के मुताबिक अब्दुल अजीज भारत के खिलाफ लोगों को भड़काने और जैश के लिए आतंकी भर्ती करने में सक्रिय था. इसकी मौत के बाद जैश को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर में पहले ही भारत नेकई आतंकियों खत्म कर दिया है.

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