‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ में मारे गए आतंकियों की आ गई सूची

लश्कर से जैश तक के आतंकी शामिल

नई दिल्ली : 7 मई को पाकिस्तान में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमलों में मारे गए आतंकवादियों का विवरण सूत्रों के हवाले से सामने आ गया है। लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध मुदस्सर खादियन खास उर्फ ​​मुदस्सर उर्फ ​​अबू जुंदाल। उसकी जनाजे की नमाज़ एक सरकारी स्कूल में हुई, जिसका नेतृत्व जमात-उद-दावा (एक नामित वैश्विक आतंकवादी) के हाफ़िज़ अब्दुल रऊफ़ ने किया। नमाज़ समारोह में पाक सेना के एक सेवारत लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी शामिल हुए।

जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध एक और आतंकी हाफ़िज़ मुहम्मद जमील इसमें मारा गा। वह मौलाना मसूद अज़हर का सबसे बड़ा साला है। इसके अलावा इसी से संबद्ध मोहम्मद यूसुफ़ अज़हर उर्फ ​​उस्ताद जी उर्फ ​​मोहम्मद सलीम उर्फ ​​घोसी साहब। वह मौलाना मसूद अज़हर का साला है। वह IC-814 अपहरण मामले में वांछित था। इसके अलावा खालिद उर्फ ​​अबू अकाशा। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ।

वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था और अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में शामिल था। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में हुआ और इसमें पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए।

मोहम्मद हसन खान। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ। वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई थी।

भारतीय वायुसेना ने ‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के मुख्यालयों को रात के वक्त निशाना बनाया जिनमें आतंकियों के छिपने के नौ ठिकाने शामिल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

भारतीय वायुसेना के सटीक अभियान में निशाना बनाए गए ठिकानों में बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह, तेहरा कलां का सरजल, कोटली का मरकज अब्बास और मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप शामिल हैं। ये सभी ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं।

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