लखनऊ-कानपुर रैपिड रेल को मिली मंजूरी
घंटो का सफर होगा 40 मिनट में पूरा, अमौसी एयरपोर्ट से शुरू होगी रैपिड रेल

लखनऊ : लखनऊ और कानपुर के बीच रैपिड रेल दौड़ाने की तैयारी है। एलडीए ने प्रोजेक्ट के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) की टीम ने हाल में लखनऊ में प्रोजेक्ट के लिए शासन के अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें एलडीए से भी राय ली गई। एलडीए का कहना है कि प्रोजेक्ट का डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाते समय लखनऊ की महायोजना का पालन किया जाएगा।
अमौसी एयरपोर्ट के पास शुरुआत
अमौसी एयरपोर्ट के पास रैपिड रेल का स्टार्टिंग पॉइंट होगा। आमतौर पर लखनऊ से कानपुर तक जाने में करीब डेढ़ से 2 घंटे लगते हैं, लेकिन रैपिड रेल से यह सफर 40 से 50 मिनट में पूरा हो जाएगा। रैपिड रेल पर कोहरे का कोई असर नहीं होगा। ट्रेन ऐसी टेक्नोलॉजी से लैस होगी जो हर मौसम में चलेगी।
मेरठ की तर्ज पर सुविधाएं
एनसीआरटीसी मेरठ में भी रैपिड रेल प्रोजेक्ट चला रहा है। दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। मेरठ रैपिड रेल में हाई स्पीड, ऑटोमैटिक डोर, तेज ब्रेकिंग सिस्टम और स्मार्ट टिकटिंग जैसी सुविधाएं हैं। लखनऊ-कानपुर रूट पर भी मेरठ मॉडल की तर्ज पर निर्माण होगा।
2015 में बना था प्लान
रैपिड रेल का प्रस्ताव 2015 में बना था। 2021 अप्रैल में तत्कालीन प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने बैठक में रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) बनाने की बात कही थी। 2022 में शासन स्तर पर बैठक हुई तो प्रक्रिया आगे बढ़ी। कोरोना काल में रुका काम अब फिर शुरू हो गया है।