मदरसों के छात्र हक के लिए आगे आया मदरसा परिषद
आलिम पास छात्रों को यूनिवर्सिटी में दाखिला देने की अपील की

लखनऊ : उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ ने एक अहम पहल करते हुए, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि परिषद से आलिम (सीनियर सेकेण्डरी) परीक्षा उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में प्रवेश देने से रोका न जाए.
परिषद कि रजिस्ट्रार आर.पी सिंह की ओर से जारी इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि, कुछ मदरसों जैसे कि मदरसा फैज-ए-आम गिरौरा स्याना (बुलन्दशहर), एमएम एकेडमी अहार (बुलन्दशहर) तथा एमएएम एकेडमी (हापुड़) के प्रधानाचार्यों ने शिकायत की है कि सुभारती विश्वविद्यालय प्रशासन उनके छात्रों को प्रवेश देने से इनकार कर रहा है.
एंप्लॉयमेंट में भी बराबरी की मान्यता प्रदान : वहीं रजिस्ट्रार ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि मुंशी/मौलवी (सेकेण्डरी) और आलिम (सीनियर सेकेण्डरी) परीक्षाओं को उत्तर प्रदेश शासन की अधिसूचना संख्या, 7 मार्च 1995 के तहत क्रमशः हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के समकक्ष घोषित किया गया है. साथ ही, 29 मार्च 1995 के शासनादेश और भारत सरकार के 23 फरवरी 2010 के कार्यालय ज्ञापन ने इनकी सेवायोजन में भी समकक्षता को मान्यता प्रदान की है.
परिषद ने यह भी उल्लेख किया है कि वह भारतीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड मण्डल (COBSE) की सदस्य संस्था है, जिसकी पुष्टि पत्रांक 9 फरवरी 2024 में की गई है.
इस पत्र के माध्यम से परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि, वह इन प्रमाणित समकक्षताओं को ध्यान में रखते हुए छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा में प्रवेश देने में सहयोग करें, जिससे उनके भविष्य से कोई समझौता न हो.
वहीं प्रशासन से भी आग्रह किया गया कि, छात्रहित में विचार करते हुए, उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से उत्तीर्ण छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने का अवसर प्रदान करें.