इस साल नहीं चलेगी एनसीईआरटी की पुरानी किताबें, लेनी होंगी नई किताबें
NCERT ने बदल दिया इन क्लासेस का सिलेबस

नई दिल्ली: एनसीईआरटी ने नए एकेडेमिक सेशन 2024-25 का सिलेबस बदल दिया है। क्लास 3 और क्लास 6 के लिए नई किताबें तैयार की गई हैं।
2024-25 में देशभर के अभिभावकों पर इस साल बच्चों की पढ़ाई का खर्च थोड़ा बढ़ने वाला है। क्योंकि आपको उनके लिए सभी विषयों की नई किताबें लेनी होंगी। अगर आपका बच्चा सीबीएसई स्कूल में पढ़ रहा है तो कोई भी पुरानी किताब नहीं चलेगी। ये बदलाव 1 अप्रैल 2024 से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र से ही लागू होगा। कारण- एनसीईआरटी ने नए शैक्षणिक सत्र का पाठ्यक्रम बदल दिया है। एनसीईआरटी ने नई किताबों के संबंध में नोटिस भी ब्ठैम् ैबीववसे को भेज दिया है। लेकिन घबराइए नहीं। ऐसा सभी क्लासेस के लिए नहीं हुआ है।
एनसीईआरटी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूली शिक्षा के लिए नए एनसीएफ 2023 के अनुरूप स्कूलों के लिए नई किताबें तैयार कर रही है। फिलहाल राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए तीसरी और छठी कक्षा को लेकर नया पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें जारी करने का ऐलान किया है। अन्य कक्षाओं के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों में कोई बदलाव नहीं होगा।
सीबीएसइ ने स्कूलों को भेजा नोटिस
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने संबद्ध स्कूलों को भेजे एक पत्र में कहा कि एनसीईआरटी ने उसे सूचित किया है कि तीसरी और छठी कक्षा के लिए नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों पर काम हो रहा है। जल्द ही ये जारी की जाएंगी।
सीबीएसई के निदेशक (शैक्षणिक) जोसेफ इमैनुएल ने कहा, ‘‘स्कूलों को सलाह दी जाती है कि वे वर्ष 2023 तक एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तकों की जगह क्लास 3 और क्लास 6 के लिए इन नए सिलेबस और बुक्स को अपनाएं।’’
उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘छठी कक्षा के लिए ब्रिज कोर्स और तीसरी कक्षा के लिए संक्षिप्त दिशानिर्देश एनसीईआरटी तैयार कर रही है। ताकि छात्रों को नयी शैक्षणिक व्यवस्था और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क, 2023 के अनुरूप पढ़ाई करने में आसानी हो। एनसीईआरटी से मैटीरियल प्राप्त होने के बाद ये सभी स्कूलों को ऑनलाइन भेजी जाएगी।’’
उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘सीबीएसई स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित करेगी ताकि उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में परिकल्पित शिक्षण के नए तौर तरीके सीखने के दृष्टिकोण से अवगत कराया जा सके।’’
शिक्षा मंत्रालय ने 18 साल बाद छंजपवदंस ब्नततपबनसनउ थ्तंउमूवता (एनसीएफ) में संशोधन किया है, जिसका नोटिफिकेशन पिछले साल आया था। एनसीएफ में पहले भी चार बार 1975, 1988, 2000 और 2005 में संशोधन हो चुके हैं।