बदरीनाथ धाम में पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट
झीलों की सुंदरता लौटाने को झील में उतरी राफ्ट

गोपेश्वर (उत्तराखण्ड) : बदरीनाथ धाम में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बदरीनाथ महायोजना के तहत नर पर्वत की तहलटी पर शेष नेत्र झील व बदरीश झील के सुंदरीकरण का कार्य होने के बाद इसमें सफाई के लिए राफ्ट उतरी गई है। वहीं, शेष नेत्र झील के वर्तमान जल स्तर में नौकायन की संभावनाएं भी बन रही हैं।
राफ्ट झील में चलते देख यात्रियों में भी कोतूहल का विषय रहा। यात्रियों को लगा कि झील में नौकायन हो रहा है। हालांकि पूछने पर साफ हुआ कि यहां पर सफाई कार्य के लिए राफ्ट झील में उतारी गई है।
सुंदरीकरण के बाद इन दोनों झीलों में जल स्तर बढ़ा है। लेकिन, झील में प्लास्टिक कचरे के साथ अन्य कचरा होने से झीलों की सुंदरता पर दाग लग रहा है। जिससे यात्रियों की भावनाएं आहत हो रही थी। नगर पंचायत की पहल पर इन झीलों की सफाई के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के माध्यम से अभियान चलाया गया।
एसडीआरएफ की राफ्ट बोट को शेष नेत्र झील में उतरा गया। एसडीआरएफ की टीम ने झीलों में सफाई अभियान चलाकर कई बोरे कूड़े को झील से निकाला है। अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि तेज हवा व वर्षा के कारण झीलों में प्लास्टिक उड़कर चले गया था, जिससे इनकी सुंदरता खराब हो रही थी। झीलें आस्था का केंद्र हैं, झीलों की सफाई कराई जा रही है। पहली बार झीलों की राफ्टिंग की मदद से सफाई हुई।