लखनऊ में बोले राहुल गांधी- ‘मैं लिख के दे सकता हूं इस बार मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे’

लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाई को भाई से लड़ाने की कोशिश करते हैं लेकिन अब लोग समझ गए हैं। मैं लिख के दे सकता हूं कि इस बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। भाजपा की 180 से ज्यादा सीटें नहीं आने वाली हैं। अगर ईवीएम में गड़बड़ी की तो ही पीएम बन सकते हैं।

पीएम नहीं बन रहे मोदी, 180 से ज्यादा सीट नहीं आएगी
राहुल ने कहा कि एक बात स्पष्ट कर देना चाह रहा हूं कि मोदी पीएम नहीं बन रहे हैं। यह सौ फीसदी तय है। कहिए तो साइन कर दूं, लिखकर दे दूं। क्योंकि पीएम मोदी की पूरी योजना भाई को भाई से लड़ाने की थी, जो सफल नहीं हुई। अगर ईवीएम पर कब्जा नहीं हुआ तो उनकी 180 से ज्यादा सीटें नहीं आएंगी।

जातीय जनगणना की वकालत कहते हुए कहा कि मैं तो कहता हूं कि जातीय जनगणना करा लीजिए, यह पता तो लगे देश में कितने पिछड़े, दलित और आदिवासी आदि हैं। देश के करोड़ों लोगों की सच्चाई सामने आनी चाहिए। पीएम देश को सुपर पावर बनाने की बात करते हैं, बिना 90 फीसदी लोगों के। क्या 10 फीसदी आबादी से सुपर पावर बनाएंगे?

राहुल बोले, पीएम कहते हैं कि संविधान को खत्म नहीं करेंगे। सीबीआई-ईडी का राजनीतिक प्रयोग करना, लोकतंत्र पर आक्रमण करना, सभी संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को रखना, नोटबंदी कर करोड़ों की जिंदगी बर्बाद करना, सेना में अग्निवीर योजना लागू करना यही संविधान पर हमला और उसको खत्म करना है। राहुल गांधी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित राष्ट्रीय संविधान रक्षा और न्याय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

राहुल गांधी ने कहा कि राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं। एक, जो सुबह से शाम तक सत्ता के लिए दौड़ते हैं। सच्चाई नहीं स्वीकार करते हैं। बस किसी भी तरह सत्ता में आ जाएं, इसी में लगे रहते हैं। दूसरे वे लोग होते हैं जो सच्चाई सामने दिख रही है उसको स्वीकार करते हैं। आंबेडकर, गांधी, बुद्ध, पेरियार ने यही किया। उन्होंने कहा कि सत्ता मेरे लिए नशा नहीं है। यह मेरे के लिए लोगों की मदद करने का माध्यम है। मैं सत्ता के बीच में पैदा हुआ हूं इसलिए मैं सत्ता के लिए नहीं लोगों के लिए काम करना चाहता हूं।

पीएम मोदी 21वीं सदी के राजा हैं
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी पीएम नहीं 21वीं सदी के राजा हैं। उन्हें संसद, कैबिनेट और संविधान से लेना-देना नहीं है। उनके कुछ फाइनेंसर हैं, असली ताकत उनके पास है। बहुत सारे अनपढ़ राजा भी जनता की बात सुन लेते थे। किंतु पीएम लोगों की बात नहीं सुनते हैं। पब्लिक सेक्टर, न्यायपालिका, मीडिया, सेना में दलित-पिछड़ाें के रास्ते बंद हैं। उनके सारे नेता कह रहे हैं कि आरक्षण को खत्म कर देंगे। मैं कहता हूं कभी नहीं कर सकते हैं।

सम्मेलन में न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह यादव, न्यायमूर्ति पीडी नकवी, राजेंद्र पाल गौतम, गुरदीप सिंह सप्पल, सुभाषिनी शरद यादव, डॉ. अनिल जयहिंद, डॉ. रविकांत, डॉ. रतन लाल उपस्थित थे।

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