अयोध्या के राम मंदिर में हुई राम दरबार की स्थापना
सीएम योगी ने किया देव विग्रहों का अभिषेक, पहनाए गए आभूषण

अयोध्या : गंगा दशहरा पर अयोध्या के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ को उनके जन्मदिन पर सबसे बड़ा उपहार मिला. अयोध्या में राजा राम का तिलक करने का मौका मिला. वे राम दरबार के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहे. अयोध्या के भव्य मंदिर में आज प्रभु राम अपने परिवार संग पधारे हैं.
अपने तीनों भाईयों, पत्नी सीता और परम भक्त हनुमान के साथ भगवान राम का आज अयोध्या में आगमन हुआ. मंत्र की पहली मंजिल पर राम दरबार के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सीएम योगी आज मुख्य जजमान बने. अब तक ये जिम्मेदारी राम जन्म भूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा संभाल रहे थे.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2014 के पहले की सरकारों ने विकास का जो मॉडल तैयार किया था उससे विकास तो नहीं हुआ बल्कि गंगा मैली हो गई। नमामि गंगे के माध्यम से किए गए भगीरथ प्रयासों के कारण ही आज गंगा अविरल और निर्मल हो सकी है। यही कारण है कि प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ में देश-दुनिया के 66 करोड़ लोगों ने गंगा स्नान किया।
राम दरबार समेत आठ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में हुई। गंगा दशहरा के दिन इसका सिद्ध योग भी बन रहा था। इसी दिन रामेश्वरम की भी प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इसके पहले सुबह छह बजे से प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हुआ।
प्राण प्रतिष्ठा शुरू होते ही सभी दिशाओं से वैदिक मंत्रों की ध्वनि गूंजने लगी। ब्रह्ममुहूर्त से ही मंदिर प्रांगण में पंडितों, आचार्यों और संतों का समवेत स्वर, शंखध्वनि और हवन की महक ने एक आध्यात्मिक वातावरण रच दिया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति ने इस गरिमामयी क्षण को और भी दिव्य बना दिया। मुख्यमंत्री ने सभी देव विग्रहों का अभिषेक किया। इसके बाद राम दरबार की मूर्ति से आवरण हटाया गया। राजा राम का आभूषणों से भव्य श्रृंगार किया गया।
इस दौरान अयोध्या के 19 संत धर्माचार्य भी इस अवसर पर मौजूद रहे। इसके अलावा ट्रस्ट, संघ व विहिप के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इससे पहले सीएम ने हनुमानगढ़ी में भी दर्शन पूजन किया। सीएम तय समय पर सुबह 10.30 बजे अयोध्या पहुंच गए थे। रामकथा पार्क में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों और भाजपा पदाधिकारियों ने उनकी अगवानी की।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज गंगा अवतरण का दिवस है और पर्यावरण दिवस भी है। मां गंगा सिर्फ एक नदी ही नहीं है बल्कि लोगों का पेट भरने का भी काम करती है। इसके जल से किसान अन्न उत्पादन करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगीरथ की तरह ही नमामि गंगे योजना के माध्यम से गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए काम कर रहे हैं। जो काम भगीरथ ने किया था वही काम पीएम मोदी भी नमामि गंगे योजना के माध्यम से कर रहे हैं।