बकरीद के दौरान गोवंशों की सुरक्षा के लिए विश्व हिंदू परिषद पूरी तैयारी में
महाराष्ट्र की सीमा पर चौकी लगाकर गोतस्करों की करेंगे जांच

नागपुर (महाराष्ट्र): विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बकरीद के मौके पर गोवंशों का कत्ल न हो, इसे कर रणनीति तय कर ली है। विश्व हिंदू परिषद के नागपुर महानगर के प्रमुख अमोल ठाकरे ने कहा कि बजरंग दल बकरीद के 48 घंटे पहले से महाराष्ट्र की सीमाओं पर अपनी चौकियां लगा देंगे, ताकि कोई गाय या गोवंश अन्य राज्यों की सीमाओं से महाराष्ट्र में प्रवेश न करें। विशेष कर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं आंध्रप्रदेश का जो बॉर्डर नागपुर और चंद्रपुर की सीमाओं से लगता है वहां पर बजरंग दल के कार्यकर्ता चौकी लगाकर पेट्रोलिंग शुरू करेंगे।
अपने तरीके से उत्तर देने के लिए तैयार
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि 2 करोड़ के लगभग पशुओं का इस दिन कत्ल किया जाता है। इको फ्रेंडली होली और इको फ्रेंडली दिवाली की बात करने वाले बुद्धिजीवी कहां चले गए? आज वह इको फ्रेंडली बकरीद मनाने की बात क्यों नहीं कर रहे? विश्व हिंदू परिषद ने स्पष्ट रूप से आह्वान करते हुए कहा कि किस कुरान में लिखा हुआ है कि बकरे की हत्या करनी चाहिए? यदि सार्वजनिक जगह पर इस प्रकार की हरकत की गई तो विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल अपने तरीके से उत्तर देने के लिए तैयार है।
हिंदू चरवारों की मदद से करते हैं तस्करी
अमोल ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जबसे गाय को राजमाता का दर्जा दिया है और गाय की हत्या के संबंध में सख्त कानून बनाया गया, उसके बाद गोतस्करों ने अलग तरीके से गोतस्करी करना शुरू कर दिया है।
ये गोतस्कर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से गायों को लेकर नागपुर आते हैं। उनको पता है कि ट्रक में यदि गाय को लेकर जाएंगे तो बजरंग दल के लोग उसे पकड़ लेंगे, तो उसकी जगह वो चरवाहों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। वो हिंदू चरवाहों की मदद से जानवरों को जंगल से पार करवा रहे हैं। बजरंग दल 48 घंटे पहले से इन जंगलों में चरवाहों पर नजर रखे हुआ है।
सभी गोतस्करों पर होगी निगरानी
उन्होंने कहा कि गोतस्कर एक रणनीति के तहत हिंदू ट्रक और हिंदू ट्रक चालकों का इस्तेमाल कर रहे हैं कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को शक न हो। इसके अलावा हिंदू चरवाहों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। वह चरवाहों को सिर्फ इतना बताते हैं कि इन गायों को इस जगह पर छोड़ दो। इस तरीके से वो जंगल की सीमा पार करवा रहे हैं। इससे किसी को शक नहीं होगा इस गोवंश को काटने के लिए ले जा रहे हैं। गोतस्करी में शामिल सभी लोगों पर निगरानी रखी जाएगी।