महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव करनैलगंज पहुंची

बोलीं- छांगुर से पीड़ित महिलाओं की कराई जाएगी घर वापसी

करनैलगंज (गोंडा) : उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव शुक्रवार को गोंडा जिले के करनैलगंज पहुंचीं, जहां उन्होंने बलरामपुर के छगुर बाबा प्रकरण को लेकर बड़ा बयान दिया।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उत्तर प्रदेश में जो कोई जबरन धर्मांतरण कराएगा उसका अच्छा इलाज सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन के मामलों को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जन सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अपर्णा यादव ने महिलाओं के धर्मांतरण मामले पर मुखर हुईं. अपर्णा ने कहा कि योगी सरकार धर्मांतरण पर कड़ी कार्रवाई कर रही है. धर्मांतरण बहुत ही निकृष्ट कार्य है, अब इस पर रोक लग रही है. सरकार इस पर बुलडोजर कार्रवाई कर रही है. अपर्णा ने कहा कि महिलाओं का मत लेकर उनकी धर्म वापसी कराई जाएगी. क्योंकि हर व्यक्ति धर्म को लेकर स्वतंत्र है. महिला आयोग ने सरकार को रिपोर्ट भेजी है. इसके अलावा प्रदेश में दौरा कर महिला आयोग काम करेगी और महिलाओं को जागरूक करेगी.

“धर्म पर राजनीति न करें अखिलेश यादव”
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा नेम प्लेट लगाई जाने को लेकर दिए गए बयान पर अपर्णा यादव ने कहा- किसी भी धर्म से जुड़ा हुआ मामला राजनीतिक टिप्पणी में नहीं आना चाहिए। आप सब जानते हैं कि हम एक ऐसे देश में है जो धर्मनिरपेक्ष देश है। हर व्यक्ति का अपने धर्म को निर्वहन करने का एक जरिया है जो धर्म निभाना चाहता है। वह कर रहा इसमें राजनीति करने की कोई आवश्यकता नहीं है। कावड़ यात्री निकाल रहे है कोई पाप थोड़ी ना कर रहे है गुनाह थोड़ी ना कर रहे हैं। प्राचीन सभ्यता और संस्कार का निर्वहन कर रहे हैं उनका स्वागत कर रहे हैं इस तरह की बात करने से मुझे तो नहीं लगता है कोई राजनीतिक लाभ मिलेगा।

कांवड़ यात्रा पर अपर्णा यादव ने कहा कि सरकार सनातन के लिए काम कर रही है. बेहतर एवं सुगम कांवड़ यात्रा के लिए सरकार प्रयासरत है. सीएम योगी योगी शिवभक्त है, इसलिए यह काम कर रहे हैं. इस सरकार में कांवड़ियों की सुख सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. पहले भी सरकारें यही करती थी और अब क्यों दिक्कत हो रही है. इस पर विपक्ष महज बयानबाजी कर राजनीति कर रहा है.

महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर अपर्णा यादव ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसका विरोध ठीक नहीं है. मराठी भी अच्छी भाषा है.किसी भाषा पर टिप्पणी करना निम्न स्तर का काम है. हिंदी ऐसी भाषा है, जो पूरे देश को एकत्र करने का काम करती है. अपर्णा ने कहा कि देश में हर भाषा का सम्मान होना चाहिए.

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