लखनऊ में ब्लैक आउट के दौरान बंद की गईं विधानसभा, लोक भवन और राजभवन की लाइटें
एयरपोर्ट की रोशनी और मेट्रो भी रोकी गई

लखनऊ : पुलिस लाइन में एयर स्ट्राइक से बचने के लिए बुधवार शाम मॉकड्रिल की गई। इस मॉकड्रिल को देखने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ, मंत्री, विधायक, स्कूली बच्चे और आम लोग पहुंचे थे। 17 मिनट चली मॉकड्रिल ने एयर स्ट्राइक के बाद क्या करना होता है और कैसे राहत व बचाव कार्य किया जाता है, इसको दिखाया गया।
मॉकड्रिल के लिए पुलिस लाइन के ग्राउंड को एक छोटे से शहर का रूप दिया गया। बिल्डिंग बनाई गई, पार्क बना गया। बाजार का रूप दिया गया। वीआईपी भवन तैयार किया गया। शहर में लोगों की मौजूदगी दिखाई गई। सिविल डिफेंस के कुछ लोग आम नागरिक बने। सीएम के आने से पहले मॉकड्रिल का रिहर्सल भी किया गया।
नौ बजे के करीब शहर के करीब दस स्थानों पर ब्लैक आउट किया गया। यूपी विधानसभा, सचिवालय, राजभवन, अमौसी एयरपोर्ट, 1090 चौराहे आदि जगहों पर ब्लैक आउट किया गया।
लाइट बंद कर 15 मिनट रोकी गईं मेट्रो ट्रेन
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बुधवार को मॉकड्रिल के लिए ब्लैकआउट में हिस्सा लिया। इसके तहत आईटी कॉलेज मेट्रो स्टेशन पर पूरी तरह लाइट बंदकर ट्रेन रोक दी गईं। यहां ब्लैकआउट लगभग 15 मिनट के लिए हुआ। शाम 7.25 बजे से 7.40 बजे तक ट्रेन को रोके रखा गया।
चारबाग रेलवे स्टेशन
रेलवे स्टेशन पर भी मॉक ड्रिल हुई। यहां दिखा कि कुछ मुसाफिर ट्रेन के इंतजार में बैठे थे। उनके पास रखे कूड़ेदान में अचानक विस्फोट होता है। अचानक सायरन बजा और जीआरपी-आरपीएफ जवान मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल पर यात्रियों की मदद कर मुस्तैदी का परिचय दिया। यहां हमले की सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया, यात्रियों की सुरक्षित निकासी, प्राथमिक उपचार की कार्रवाईयों का प्रदर्शन हुआ। मॉक ड्रिल के दौरान एडीजी प्रकाश डी सहित पुलिस व जीआरपी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्लेटफार्म नंबर एक पर सुरक्षा व्यवस्था जांची।
अंधेरे में डूब गया पूरा अमौसी एयरपोर्ट
अमौसी स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बुधवार शाम सात बजे मॉक ड्रिल हुई। तीन मिनट के लिए एयरपोर्ट के बाहरी हिस्सों की सभी लाइटों को बंद रखा गया। ऐसे में अगर कोई सैटेलाइट या आसमान से एयरपोर्ट देखे तो उसे नजर ही नहीं आएगा, जबकि यात्रियों को कोई समस्या न हो इसलिए भीतर की बत्तियां चालू रखी गईं।