अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू

चुनाव के चलते इस बार 45 दिनों तक ही होंगे दर्शन

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार चुनाव प्रक्रिया अप्रैल से लेकर जून तक चलनी है। इसी बीच अमरनाथ यात्रा की तारीख भी पड़ रही है, इसलिए इस बार यात्रा के दिनों को घटाया गया है। अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू हो जाएगा।

राजभवन में हुई उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू कर दिए जाएंगे। यात्रियों को किस तरह और कितने दलों में भेजा जाएगा, इसका प्लान भी तैयार हो गया है। इस बार अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होगी और यह 19 अगस्त तक चलेगी।

लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बार चुनाव की प्रक्रिया लगभग दो महीने तक चलेगी। इसी बीच चुनावों को देखते हुए इस बार अमरनाथ यात्रा के दिनों में कटौती की गई है। दो महीने तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा इस बार सिर्फ 45 दिन की ही रहेगी।

अधिकारी ने कहा कि 3,880 मीटर ऊंचे अमरनाथ मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा के संबंध में बैठक हुई है। परेशानी मुक्त पंजीकरण के लिए तैयारी की गई है। यात्रा के लिए यात्रियों को जम्मू-कश्मीर के अधिकृत अस्पतालों से स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी जारी किआ जाएगा।

रोज 10 हजार यात्री करेंगे दर्शन
अमरनाथ यात्रा का पारंपरिक रास्ता बालटाल और पहलगाम है। यहां से रोज गभग 10 हजार यात्रियों का जत्था भेजा जाएगा।देश के 500 से ज्यादा बैंक की शाखाओं में अमरनाथ यात्री अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। पिछले साल 15,903 पोनीवाले, 10,023 पालकी और दांडीवाले और 6,893 पिट्ठूवाले सहित 32,819 सेवा प्रदाताओं को श्रम विभाग ने यात्रा के लिए पंजीकृत किया था।

अमरनाथ यात्रा के क्या हैं इंतजाम
सावन के महीने में होने वाली अमरनाथ यात्रा सावन के महीने में होती है। श्रम विभाग अपने मूल जिलों और गांदरबल और अनंतनाग जिलों में स्थित शिविरों में सेवा प्रदाताओं के अग्रिम पंजीकरण की सुविधा प्रदान करेगा, इसके अलावा श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) और संबंधित जिला प्रशासन के साथ समन्वय में उनके पक्ष में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) कार्ड समय पर और परेशानी मुक्त जारी करना सुनिश्चित करेगा।

अधिकारियों ने बताया कि गांदरबल जिले के सोनमर्ग, कंगन, मनिगाम, गुंड, गुटलीबाग और बालटाल और अनंतनाग जिले के माटीगौरान, सल्लर, खैर, ऐशमुकाम, अनंतनाग और पहलगाम में अन्य जिला मुख्यालयों के अलावा भी पंजीकरण शिविर स्थापित किए जाएंगे।

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