उत्तर प्रदेश के जेवर में एयरपोर्ट के बाद अब भारत की छठी सेमीकंडक्टर इकाई!
3706 करोड़ की लागत के सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी : अश्विनी वैष्णव

नोएडा: उत्तर प्रदेश के जेवर को केंद्र सरकार की ओर से एक और बड़ा तोहफा मिल गया है। केंद्र सरकार ने यहां पर 3706 करोड़ की लगात से छठे सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी है। बुधवार को मोदी सरकार की कैबिनेट ने कैबिनेट ने भारत के छठे सेमीकंडक्टर प्लांट की मंजूरी जेवर ( यूपी) में दे दी। यह प्लांट HCL और Foxconn का संयुक्त उपक्रम होगा। इस प्लांट में प्रति माह 36 मिलियन (3.6 करोड़) मोबाइल फोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर, ऑटोमोबाइल के डिसप्ले ड्राइवर चीप का निर्माण होगा। गौरतलब है कि जेवर को केंद्र सरकार की ओर से यह दूसरी बड़ी सौगात है। इससे पहले जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। इस साल कभी भी इस एयरपोर्ट से सेवा शुरू होने की उम्मीद है।
अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के जेवर में भारत की छठी सेमीकंडक्टर इकाई को मंजूरी दे दी है। भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत अब तक 5 सेमीकंडक्टर इकाइयों को मंजूरी दी गई है और वहां तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। एक इकाई में इसी साल उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसी सिलसिले में एक और सुपर-एडवांस्ड इकाई है। यह एचसीएल और फॉक्सकॉन का संयुक्त उपक्रम होगा।
2,000 नई नौकरियां सृजित होंगी
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रस्तावित एचसीएल-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर संयंत्र मोबाइल फोन, लैपटॉप, वाहन और अन्य उपकरणों के लिए डिस्प्ले ड्राइवर चिप बनाएगा। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रस्तावित करखाना प्रति माह 20,000 वेफर्स (सेमीकंडक्टर सामग्री सिलिकन की पतली परत) तैयार करेगा। इससे लगभग 2,000 नौकरियां सृजित होंगी। इस नये सेमीकंडक्टर कारखाने में 3,700 का निवेश होने का अनुमान है।
फॉक्सकॉन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर्स
फॉक्सकॉन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर्स है। यह एप्पल का आईफोन भी बनाती है। वैष्णव ने कहा, “हमारा मानना है कि एक बार यह इकाई यहां आ जाए, तो डिस्प्ले पैनल संयंत्र भी भारत आ जाएगा। यह भारत की 40 प्रतिशत क्षमता को पूरा करेगा। यह एक बड़ा संयंत्र है। यह दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए भी फॉक्सकॉन की जरूरतों को पूरा करेगा।”
मंत्री ने कहा कि एचसीएल-फॉक्सकॉन संयुक्त उपक्रम 2027 में चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण उद्योग वर्तमान में लगभग 25 लाख लोगों को रोजगार देता है। वैष्णव ने कहा, “सेमीकंडक्टर बुनियादी कलपुर्जा हैं। इसका देश में संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर कई गुना प्रभाव पड़ेगा।”