प्रार्थना के बीच की गोलियों की बौछार

दमिश्क: सीरिया में एक आत्मघाती हमले का मामला सामने आया है। यहां एक सुसाइड बॉम्बर ने लोगों से भरे एक चर्च के अंदर खुद को उड़ा लिया। दमिश्क के बाहरी इलाके में दवेइला में विस्फोट उस समय हुआ, जब लोग मार एलियास चर्च के अंदर प्रार्थना कर रहे थे। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानीकर्ता सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि हमले में करीब 53 लोग घायल हुए हैं, जबकि करीब 13 अन्य लोग मारे भी गए हैं। हालांकि अभी भी घायलों और मृतकों की संख्या स्पष्ट नहीं है। कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हताहतों में बच्चे भी शामिल हैं।

किसी गुट ने नहीं ली जिम्मेदारी
सीरिया के सूचना मंत्री हमजा मुस्तफा ने हमले की निंदा की और इसे आतंकवादी हमला बताया। उन्होंने कहा, “यह कायरतापूर्ण कृत्य उन नागरिक मूल्यों के खिलाफ है जो हमें एक साथ लाते हैं।” फिलहाल अभी तक किसी भी समूह ने तत्काल रूप से इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सीरियाई आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि इस्लामिक स्टेट समूह का एक चरमपंथी चर्च में घुसा, वहां मौजूद लोगों पर गोलीबारी की और फिर विस्फोटक जैकेट पहनकर खुद को उड़ा लिया, जो कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों से मेल खाता है।

गोलीबारी के बाद खुद को बम से उड़ाया
बताया जा रहा है कि यह हमला सीरिया में सालों बाद अपनी तरह का पहला हमला था। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब दमिश्क अपने वास्तविक इस्लामी शासन के तहत अल्पसंख्यकों का समर्थन जीतने की कोशिश कर रहा है। राष्ट्रपति अहमद अल-शरा देश भर में अधिकार जताने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वहीं युद्धग्रस्त देश में चरमपंथी समूहों के स्लीपर सेल की मौजूदगी को लेकर चिंताएं हैं। वहीं घटना के बाद सुरक्षा बल चर्च की ओर दौड़ते हुए पहुंचे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने ऑनलाइन वीडियो में कहा कि हमलावर आया और उसने वहां मौजूद लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद उसने अपने पहने हुए विस्फोटक जैकेट में विस्फोट कर दिया।

 

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