इस्लाम अपनाने वाले 12 लोग वापस हिंदू धर्म में लौटे, विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने कराई ‘घर वापसी
औरैया की मांडवी शर्मा को जैनब बनाया गया था
लखनऊ : इस्लाम अपनाने वाले 12 लोग वापस हिंदू धर्म में लौट गए हैं. लखनऊ के गोमती नगर स्थित विशाल खंड-1 के शिव भोला मंदिर में विश्व हिन्दू रक्षा परिषद (VHRP) की अगुवाई में 12 लोगों ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है. इस समारोह में वैदिक मंत्रों के साथ हवन-पूजन और शुद्धिकरण संस्कार किए गए. सभी 12 लोगों को त्रिपुंड लगाया गया और भगवा वस्त्र पहनाए गए. यह आयोजन 3 जुलाई को हुआ, जिसमें परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने नेतृत्व किया.
लालच और दबाव में हुआ था धर्मांतरण
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के मुताबिक, इन 12 लोगों ने लालच, ब्लैकमेलिंग या दबाव में आकर इस्लाम धर्म अपनाया था. कुछ लोगों ने भावुक होकर अपनी कहानियां साझा कीं, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें विभिन्न प्रलोभनों या धमकियों के कारण धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया. परिषद के कार्यकर्ताओं के संपर्क में आने के बाद इन लोगों ने स्वेच्छा से हिंदू धर्म में वापसी का निर्णय लिया.
लव जिहाद में फंसाकर धर्मांतरण
औरैया की मांडवी शर्मा को जैनब मुस्लमान बनाया गया था. पिता की शराब पीने की लत को ‘पीर बाबा’ से छुड़वाने के नाम पर मेराज अंसारी घर में रूद्र शर्मा बनाकर आने लगा. मेराज ने अपना नाम छिपाकर मांडवी से दोस्ती की उसको अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसको जैनब नाम देकर उससे निकाह कर लिया और उससे इस्लाम कुबूल करवा लिया.
इसके बाद इस्लाम कबूल करते ही मांडवी के ऊपर यातना और पाबंदियों का दौर शुरू हो गया. किसी तरीके से 3 महीने बाद मांडवी भाग कर अपने माता-पिता के पास पहुंची. मगर पीछा करते हुए मेराज अंसारी उर्फ रूद्र शर्मा भी घर पहुंच गया. बेटी की अश्लील वीडियो माता-पिता को दिखाकर पूरे परिवार धमकी देने लगा. जिसके चलते दोनों में मारपीट हो गई. बाद में मेराज उर्फ रूद्र की मौत हो गई.
हिंदू धर्म में दिखी उम्मीद
वहीं, सहारनपुर के शहाबुद्दीन की भी अपनी कहानी है. शहाबुद्दीन के घर पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था. हर किसी से मदद मांगी पर किसी ने सहायता नहीं की. अब सहाबुद्दीन को उम्मीद है हिंदू बन जाएगा तो शायद उसकी फरियाद सुनी जाए. मंत्र उच्चारण के साथ हिंदू बन रहे शहाबुद्दीन का कहना है ऐसे खोखले और दिखावे वाले धर्म का क्या करें जो अपने ही लोगों को परेशान करता हो.
धार्मिक अनुष्ठानों के साथ पूरी हुई प्रक्रिया
घर वापसी समारोह में वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन और शुद्धिकरण संस्कार किए गए. सभी 12 लोगों ने सनातन धर्म की परंपराओं को अपनाते हुए हिंदू धर्म में औपचारिक रूप से प्रवेश किया. इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे और आयोजन को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न किया गया.