कैलाश मानसरोवर यात्रा: उत्तराखंड पहुंचा 45 तीर्थयात्रियों का दल
5 साल बाद हुई मानसरोवर यात्रा, भक्तों का टनकपुर में जोरदार स्वागत

खटीमा : उत्तराखंड में 5 साल पहले बंद हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा का आगाज हो गया. जिसके तहत 45 यात्रियों का पहला जत्था टनकपुर पहुंच गया है. टनकपुर के कुमाऊं मंडल विकास निगम के अतिथि गृह पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया. यह जत्था शनिवार यानी 5 जुलाई की सुबह अगले पड़ाव के लिए पिथौरागढ़ रवाना होगा. वहीं, लंबे समय बाद शुरू हुई मानसरोवर यात्रा को लेकर यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.
आखिरकार कोरोना काल में बंद हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा का उत्तराखंड में आगाज हो गया है. भारत और उत्तराखंड सरकार के प्रयासों से इस बार इस यात्रा को कुमाऊं के हल्द्वानी के काठगोदाम से शुरू ना कर सीएम पुष्कर धामी की विधानसभा चंपावत के टनकपुर से शुरू किया गया है. शिव की भक्ति से सराबोर होकर देश के विभिन्न राज्यों से कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था जैसे ही चंपावत के टनकपुर की धरती पर उतरा, वैसे ही उनका तिलक और माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया गया.
कुमाऊंनी संस्कृति और रीति रिवाज से स्वागत: कुमाऊं के पारंपरिक वाद्य यंत्रों ओर छोलियारों की अगवानी में उन्हें कुमाऊं मंडल विकास निगम के अतिथि गृह टनकपुर लाया गया. चंपावत डीएम मनीष कुमार और केएमवीएन के एमडी विनीत तोमर ने खुद यात्रियों की अगवानी की. भव्य स्वागत अभिनंदन को देख कैलाश मानसरोवर यात्री अभिभूत नजर आए. टीआरसी प्रबंधन ने उन्हें वेलकम ड्रिंक में बुरांश और माल्टे का जूस सर्व किया. वहीं, पहली बार काठगोदाम की जगह नए रूट टनकपुर से शुरू हुए इस मार्ग को लेकर भी तीर्थयात्री काफी रोमांचित नजर आए.
“इस बार यात्रा मार्ग को टनकपुर से शुरू करने के पीछे कारण यही है कि देशभर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को पूरे कुमाऊं का भ्रमण भी कराया जाए. आने वाले कुल 5 जत्थों में प्रत्येक में 40 यात्री का आंकड़ा रहेगा. पहले जत्थे में 45 यात्री उत्तराखंड पहुंचे हैं. कैलाश मानसरोवर यात्रा की शुरुआत टनकपुर से होकर वापसी अल्मोड़ा के रास्ते होगी. ताकि, देश भर के यात्री मानसरोवर दर्शन के साथ कुमाऊं के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों को टच कर सकें.” – विनीत तोमर, एमडी, कुमाऊं मंडल विकास निगम