50 मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ सरसंघचालक मोहन भागवत की अहम बैठक

इमाम संगठन द्वारा आयोजित बैठक में एकता और आपसी सहयोग पर चर्चा

नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत और अखिल भारतीय इमाम संगठन (AIIO) के मुख्य इमाम उमर अहमद इलियासी की मौजूदगी में धार्मिक नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक के बाद इलियासी ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है .अखिल भारतीय इमाम संगठन और राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ का साझा प्रयास से संवाद किया गया.

उन्होंने कहा, ”पिछली बार भी हमने मोहन भागवत को इमाम हाउस आने के लिए निमंत्रण दिया था और वो हमारे साथ मदरसा भी गए थे. उसी कड़ी में आज ये संवाद हुआ है. देशभर के बड़े इमाम, मुफ्ती, मदरसों के चीफ समेत 60 लोगों ने इस 3.5 घंटे चली बैठक में हिस्सा लिया है. लंबा संवाद होने के बाद तय हुआ हम इस तरह के संवाद और करेंगे.”

उमर अहमद इलियासी ने कहा, ”संवाद हर समस्या का हल है! संवाद होते रहना चाहिए! संवाद से गलतफहमी दूर होती है! संवाद से नफ़रत ख़त्म होती है! संवाद से मोहब्बतें बढ़ती हैं! हमारी जातियां, पूजा पद्धति अलग हैं, लेकिन सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है, राष्ट्र सर्वोपरि है.” सूत्रों ने बताया कि बैठक में वक़्फ़ बोर्ड, लिंचिंग, मदरसों की स्थिति, पहलगाम और SIR जैसे संवेदनशील मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई उन्होंने कहा, ”गलतफहमियां दोनों तरह हैं, उस तरफ और इस तरफ की गलतफहमी है, जिसे दूर किया जाएगा, क्योंकि भारत को विश्व गुरु बनाना है.”

डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी के नेतृत्व में लगभग 60 मुस्लिम प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी दत्तात्रेय होसबाले, कृष्ण गोपाल, रामलाल और इंद्रेश कुमार मौजूद रहे. मुस्लिम पक्ष से ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मुफ्ती सैयद, शाही इमाम लखनऊ सैय्यद शाह फ़ज़लुल मलन रहमानी, ज़ुबैर गोपलानी शामिल हुए.

इस बैठक में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार, भाजपा के संगठन मंत्री बी एल संतोष समेत अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए हैं। इस बैठक में 50 मुस्लिम धर्मगुरु, बुद्धिजीवी शामिल हैं।

बैठक का मुख्य एजेंडा इमामों के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा देना है। भारतीय मुसलमानों के धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर मार्गदर्शन प्रदान करना है। अंतरधार्मिक संवाद और शांति स्थापना में योगदान देना और सांस्कृतिक व सामाजिक विकास के लिए काम करना है।

 

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