‘हिंदुओं को भागीरथी में डुबो दूंगा…’, ममता के मुस्लिम विधायक का बयान
हिंदुओं को धमकी या योगी को चुनौती ?

कोलकाता: ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के एक विधायक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौती दी है. उन्हें ललकारा है. इस विधायक का नाम हुमायूं कबीर है. हुमायूं ने हिंदुओं को गंगा में बहा देने की धमकी दी है.
ये धमकी सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं है. ये धमकी या कहें ये चैलेंज. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी है. हुमायूं कबीर का बयान, हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिम समुदाय में नफरत की आग कैसे भड़काई जा रही है.किस तरह हिंदुओं को डराया जा रहा है.
क्या बोले हुमायूं कबीर
TMC विधायक हुमायूं कबीर ने कहा, ‘दो घंटे के भीतर अगर तुम्हें भागीरथी गंगा में नहीं डुबोया तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. शक्तिपुर इलाके में तुम्हें रहने नहीं दूंगा. अगर तुमलोग समझते हो. कामपुर इलाके में तुम संख्या में ज्यादा हो इसलिए काजीपाड़ा में मस्जिद तोड़ोगे, तो समझ लो, मुर्शिदाबाद में तुम 30% हो और हम 70%….बाकी मुसलमान हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे, ये नहीं होगा.
ममता बनर्जी की पार्टी के विधायक हुमायूं कबीर क्या कह रहे थे. जिस जगह से हुमायूं कबीर लोगों को हिंदुओं के खिलाफ भड़का रहे थे, वहीं पर रामनवमी के दिन दंगा भड़का था. और 30 और 70 का जो फॉर्मूला बता रहे थे, उसका मतलब ये था कि साल 2011 की जनगणना के मुताबिक पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में 33 प्रतिशत हिंदू हैं और 66 प्रतिशत मुसलमान.
हिंदू और मुसलमान के बीच आबादी के इसी अंतर को हुमायूं कबीर धमकी के अंदाज में समझा रहे थे. आपको याद होगा कि दो दिन पहले, योगी आदित्यनाथ ने इसी मुर्शिदाबाद की रैली में कहा था कि बंगाल को हिंदू विहीन बनाने की साजिश चल रही है.
हिंदुओं को धमकी या योगी को चुनौती ?
जिस शक्तिपुर में रामनवमी के दिन रामभक्तों पर पत्थर फेंके गए, वहां फिर से दंगा भड़काने की तैयारी चल रही है. ममता बनर्जी के MLA खुलकर हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों को भड़का रहे हैं और जब उनसे पूछा जाता है कि आप भड़का क्यों रहे थे तो कहते हैं कि जब योगी उल्टा लटकाने की बात करेंगे तो 70% मुसलमान हाथ में चूड़ियां पहनकर नहीं बैठे रहेंगे.
मुर्शिदाबाद के बहरामपुर में 30 अप्रैल को योगी आदित्यनाथ ने रैली की थी. उन्होंने दंगाइयों को लटकाने की चेतावनी दी थी और टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर सीधे हिंदुओं को गंगा में डुबाने की धमकी देने लगे.
दरअसल यूपी के सीएण योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘यूपी में मां दुर्गा की पूजा होती है, बंगाल से ही जाते हैं, भव्य आयोजन होते हैं… यूपी में रामनवमी और नवरात्रि में दंगा नहीं होता है..लेकिन बंगाल में क्यों होता है… अगर यूपी में ये दंगाई होते तो उल्टा लटका कर ठीक कर देता… सात पीढ़ियां भूल जाते.’
कैसी है हुमायूं कबीर की कुंडली
हिंदुओं को धमकाने वाले हुमायूं कबीर की कुंडली जब हमने खंगाली तो पता चला कि सियासत में इनकी शख्सियत मौका परस्त वाली रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी की उंगली पकड़कर राजनीति का ककहरा सीखने वाले हुमायूं ने कांग्रेस से सियासत की शुरुआत की थी.
साल 1982 से 2012 तक कांग्रेस में रहे. साल 2011 में पहली बार रेजीनगर से विधायक बने. उसके बाद टीएमसी में शामिल हुए. टीएमसी ने तुरंत उन्हें राज्य मंत्री भी बना दिया. लेकिन टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बोलने की वजह से उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.