अभिषेक बनर्जी ने बताया आखिर क्यों नहीं हो पाया कांग्रेस-TMC का गठबंधन

हम पश्चिम बंगाल में गठबंधन करना चाहते थे

कोलकाताः: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि आखिर बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच अलायंस क्यों नहीं हुआ? अभिषेक ने कहा कि उनकी पार्टी (TMC) बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहती थी. मगर लंबे समय तक कांग्रेस की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. पार्टी सीट शेयरिंग के मुद्दे पर उलझ गई. इस कारण से हमारा गठबंधन नहीं हो पाया.

डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी उम्मीदवार INDIA ब्लॉक के सच्चे प्रतिनिधि हैं. वहीं, गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा, अगर मैं गंभीर नहीं होता तो मैं सुबह 6 बजे दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर नहीं जाता. हम पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहते थे.

हमने कांग्रेस को दिसंबर तक का दिया था समय
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की आलोचना के बावजूद हमने महीनों तक इंतजार किया. हमारी पार्टी ने लंबे समय तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने कहा, हमने कांग्रेस को दिसंबर तक का समय दिया था, लेकिन हम ज्यादा वक्त तक इंतजार नहीं कर सकते थे क्योंकि हमें भी तैयारी करनी थी. 31 दिसंबर 2023 तक सीएम ममता बनर्जी सहित हमारी पार्टी के एक भी प्रवक्ता ने अधीर रंजन चौधरी के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. सीट बंटवारे के मसले पर हमारी बातचीत विफल रही.

इस वजह से नहीं हो पाया TMC-कांग्रेस का गठबंधन
बता दें कि टीएमसी बंगाल में कांग्रेस को केवर 2 सीट देना चाहती थी मगर कांग्रेस इससे ज्यादा सीटें मांग रही थी. इसी बात को लेकर काफी दिनों तक जद्दोजहद चलती रही. टीएमसी ने कांग्रेस को 31 दिसंबर 2023 तक सीट शेयरिंग के मुद्दे को सुलझाने को कहा था. मगर इस डेडलाइन तक भी दोनों दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई. इस तरह बंगाल में TMC और कांग्रेस का गठबंधन नहीं हो पाया.

अधीर रंजन चौधरी के बयान पर मचा बवाल
बंगाल में गठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बंगाल में टीएमसी को वोट देना बीजेपी को वोट देने जैसा ही है. दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों दलों के बीच एक नापाक रिश्ता बन गया है. अधीर के इस बयान के बाद ममता बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी को इंडिया गठबंधन का गद्दार बताया था.

बंगाल की 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही TMC
बंगाल में टीएमसी सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव ने कांग्रेस ने अकेले लड़ा था. 42 में से कांग्रेस ने केवल 2 सीटें जीती थीं जबकि टीएमसी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी.

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