लालू के बाद अब खड़गे ने दे दिया PM मोदी को बड़ा मुद्दा,
खड़गे ने कहा- दूसरे राज्यों में अनुच्छेद 370 को हटाने की बात क्यों करते हैं?

जम्मू कश्मीर को देश की मुख्य धारा में लाना और इसके लिए अनुच्छेद 370 को खत्म करना, ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प था। केंद्र में दूसरी बार सरकार बनाने पर अगस्त 2019 में नरेंद्र मोदी का प्रहार आर्टिकल 370 पर हुआ, जो दर्शाता है कि बीजेपी और मोदी के मुख्य एजेंडे में जम्मू कश्मीर हमेशा रहा। बावजूद इसके लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस धारा 370 और कश्मीर पर प्रधानमंत्री मोदी को घेरने उतरी, लेकिन इसके फेर में वो खुद फंस चुकी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे क्या चूक करके गए?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 6 अप्रैल 2024 को राजस्थान में जयपुर की रैली से कह रहे थे- ‘वो (नरेंद्र मोदी) यहां आकर कह रहे हैं कि मैंने 370 को हटा दिया। दूसरे राज्यों में अनुच्छेद 370 को हटाने की बात क्यों करते हैं? इससे यहां के लोगों को क्या वास्ता है? ठीक है आप जाकर जम्मू-कश्मीर में ये बोलो।’
बीजेपी कैसे भुना रही है मौका?
खड़गे की इसी बात को लेकर बीजेपी उखड़ी है और कह रही है कि ‘ये सुनना शर्मनाक है कि कांग्रेस पूछ रही है- कश्मीर से क्या वास्ता है?” इसमें कोई दो राय नहीं है कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 के खात्मे का पूरा श्रेय नरेंद्र मोदी और बीजेपी की सरकार लेती रही है। इसीलिए ये इस मुद्दे को चुनाव में वोट बटोरने की मजबूत ताकत के आसरे भी देख रही होगी। क्योंकि बीजेपी की हर रैली में जम्मू कश्मीर और 370 की बात होती है। फिलहाल खड़गे की ‘कश्मीर’ पर टिप्पणी का मुद्दा बीजेपी ने हाथों हाथ उठा लिया है।
PM मोदी और अमित शाह क्या कह रहे हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैलियों में कह रहे हैं- ”अनुच्छेद-370 हटने से कांग्रेस को दर्द हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी देश के दूसरे राज्यों में कश्मीर की बात क्यों करता है. दूसरे राज्यों का कश्मीर से क्या लेना-देना।’ मोदी कहते हैं- ‘कांग्रेस के लिए कश्मीर कुछ नहीं, लेकिन 140 करोड़ देशवासियों के लिए कश्मीर, मां भारती के मस्तक समान है। कश्मीर भारत का गौरव है।’
देश के गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं- ‘कांग्रेस पार्टी को याद दिलाना चाहूंगा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और प्रत्येक राज्य और नागरिक का जम्मू-कश्मीर पर अधिकार है, जैसे जम्मू-कश्मीर के लोगों का शेष भारत पर अधिकार है। कांग्रेस को यह नहीं पता कि कश्मीर में शांति और सुरक्षा के लिए राजस्थान के कई वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।’
लालू का हमला, बदले में ‘मोदी का परिवार’ कैंपेन
कांग्रेस के मुखिया खड़गे की चूक ठीक उसी तरह है, जैसे पिछले दिनों बिहार के पूर्व सीएम और राजद के प्रमुख लालू यादव कर गए थे। 3 मार्च 2024 को पटना के गांधी मैदान से लालू यादव बीजेपी को घेर रहे थे। उसी बीच वो मोदी के परिवार को लेकर टिप्पणी कर गए। उस रैली में लालू ने कहा- ‘अगर नरेंद्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं।’
लालू यादव की ये टिप्पणी बाद में कांग्रेस के ‘चौकीदार’ जैसे बयानों की तरह साबित हुई, क्योंकि मोदी ने इसी को अपने लिए बड़ा हथियार बना लिया। नरेंद्र मोदी ने लालू यादव की ओर से किए गए हमले को बड़े चुनावी कैंपेन में बदल लिया और इसे ‘मैं हूं मोदी का परिवार’ नाम दिया। इसके बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ उनके समर्थकों ने अपने नाम के साथ ‘(मोदी का परिवार)’ जोड़ लिया, जो एक बड़ा अभियान बन गया।
INDI के लिए साबित होगा सेल्फ गोल?
‘मोदी का परिवार’ कैंपेन ठीक वैसे ही बन चुका है, जैसे 2019 में कांग्रेस के ‘चौकीदार’ वाले हमले को मोदी ने ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान में बदल डाला था। बाद में नतीजा ये आया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 2014 के मुकाबले और बड़े अंतर से जीत हासिल की। बहरहाल, राजस्थान की धरती से ये कहना कि “कश्मीर से क्या नाता है”, ये मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के लिए एक सेल्फ गोल साबित हो सकता है।