दुनिया के मिलिट्री एक्सपर्ट टॉम कूपर बोले ‘ये क्लियर कट भारत की जीत है’
सीजफायर पर पाक की खोली पोल, कहा- भारत ने उसकी धमकियों को गंभीरता से लेना बंद कर दिया है

नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के अंदर सैन्य ठिकानों पर लंबी दूरी के आक्रामक हवाई हमले किए. पाकिस्तान के इनकार के बीच, ऑस्ट्रिया के रहने वाले रक्षा विशेषज्ञ और सैन्य इतिहासकार टॉम कूपर इन हमलों की सफलता के बारे में भारत को पूर्ण समर्थन देने वालों में से एक हैं. एनडीटीवी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के पाकिस्तान में हवाई हमले एक स्पष्ट जीत है, क्योंकि इसके सबूत हैं.
कूपर ऑस्ट्रिया से हैं. उन्होंने 550 से ज्यादा किताबें लिखी हैं. फिलहाल उनका भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर लिखा एक ब्लॉग पोस्ट, न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अविश्वसनीय रूप से वायरल हो रहा है. कूपर के अनुसार, भारत ने संयमित और समझदारी से अपने ऑपरेशन को सीमित रखा और पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करने में सफल रहा. उन्होंने पाकिस्तान का सीजफायर के लिए गुहार लगाना कोई हैरानी वाली बात नहीं है क्योंकि उसको इतना नुकसान हो चुका था कि वह बुरी तरह घबरा गया.
टॉम कूपर दुनिया के सबसे सम्मानित युद्ध इतिहासकारों में से हैं. वह विश्लेषक, लेखक और मध्य पूर्व से दक्षिण एशिया तक के हवाई युद्धों के एक्सपर्ट हैं. 6 और 7 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को बर्बाद किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों के सैन्य ठिकानों पर हमले की नाकाम कोशिश की. भारत ने भी उसकी इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया. एक हफ्ते चले इस घटनाक्रम पर टॉम कूपर ने एक ब्लॉग लिखा है.
टॉम कूपर ने बता दिया कि भारतीय सेना के सामने पाक आर्मी टिक नहीं सकी. टॉम कूपर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर जिस तरह तबाही मचाई, वो पाक की हार को दिखाता है. इसी वजह से वह सीजफायर के लिए अमेरिका के पास गुहार लगाने पहुंच गया था. उन्होंने भारत के अभियान को क्लियर कट जीत बताया है.
टॉम कूपर ने एक ब्लॉग में लिखा, ‘साफ-साफ कहूं जैसा हमेशा करता हूं. जब एक पक्ष दूसरे के परमाणु हथियार भंडारण पर बम बरसा रहा हो और दूसरा कुछ भी करने की हालत में न हो तो मेरे हिसाब से यह साफ-साफ जीत है. इस्लामाबाद की तरफ से सीजफायर के लिए गुहार लगाना, कोई हैरानी की बात नहीं है.’
टॉम कूपर ने साफ-साफ लिखा कि भारत इस कार्रवाई में पाकिस्तान से कहीं ऊपर था और भारत की सीधे तौर पर जीत हुई. टॉम कूपर के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर में कम से कम पांच मुख्य आतंकी मारे गए और 140 अन्य आतंकवादियों का सफाया हुआ. पाकिस्तान की सरकार ने चुप्पी साध ली, लेकिन आईएसआई ने इन आतंकियों को शहीद बताकर पाक सेना के अफसरों के साथ राजकीय सम्मान दिया, जो ये बताने के लिए काफी है कि आतंकियों का सेना के साथ सीधा संबंध है.
टॉम कूपर ने लिखा कि भारत की पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने की कार्रवाई पूरी तरह सफल रही और पाकिस्तान फेल हो गया. उन्होंने कहा कि भारत ने न सिर्फ आतंकी कैंप्स पर हमला किया, बल्कि पाकिस्तान के हमलों को भी कुशलता से रोका. पाकिस्तान के हमले भारत के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400, बराक, आकाश, स्पाइडर और बोफोर्स का पार नहीं कर पाए.
टॉम कूपर ने इंडस वॉटर ट्रीटी सस्पेंशन पर भी लिखा है. उन्होंने लिखा कि भारत ने पानी रोक दिया और पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका, जबकि ये उसके लिए रेड लाइन थी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कुछ नहीं सीखा और वह यह भी नहीं समझा कि भारत ने उसकी धमकियों को गंभीरता से लेना बंद कर दिया है.
इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के रावलपिंडी और कराची जैसे अहम शहरों में लगे एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को भी बर्बाद कर दिया और आखिर में पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया और उसको खुद भारत से बात करके सीजफायर की बात करनी पड़ी. टॉम कूपर की रिपोर्टिंग ने पाकिस्तान के दावों और जमीनी हकीकत के अंतर को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया है.