अमरोहा में दानिश अली के साथ BSP ने कर दिया खेल
दो मुस्लिम उम्मीदवार होने से कांग्रेस कैंडिडेट दानिश अली की बढ़ी टेंशन

लखनऊ: अमरोहा में बीएसपी, बीजेपी और इंडिया गठबंधन तीनों ही अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुके हैं. यहां दो मुस्लिम उम्मीदवार होने से कांग्रेस कैंडिडेट दानिश अली की टेंशन बढ़ गई है.
मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP) ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीएसपी ने अपने 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. पश्चिमी यूपी की 16 लोकसभा सीटों पर बीएसपी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. इन सीटों पर शुरुआती चरणों में चुनाव होने हैं. सबसे दिलचस्प है कि बीएसपी ने अमरोहा सीट से मुजाहिद हुसैन को उतारा है. वो अमरोहा में कांग्रेस उम्मीदवार दानिश अली को चुनौती देंगे. ऐसे में अमरोहा में दो मुस्लिम कैंडिडेट के होने से अल्पसंख्यक वोटों के बिखरने का अंदेशा हो गया है.
गौरतलब है कि दानिश अली पहले कर्नाटक की पार्टी जेडीएस के नेता थे. 2019 में बीएसपी ने दानिश अली को अमरोहा सीट से चुनाव लड़वाया. 2019 में सपा और बीएसपी का गठबंधन था और इसका फायदा दानिश अली को खूब मिला. दानिश अली ने बीजेपी उम्मीदवार को हरा दिया और संसद पहुंच गए. लेकिन इस बार परिस्थितियां बदल गई हैं.
दानिश अली के लिए अमरोहा का चुनाव इस बार मुश्किल इसलिए है क्योंकि इस बार वह सपा-कांग्रेस के गठबंधन के नहीं बल्कि कांग्रेस-सपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं. मायावती ने भी अमरोहा से मुस्लिम उम्मीदवार उतार दिया है. सपा-कांग्रेस ने गठबंधन इसी सोच के साथ हुआ था कि वोटों का बिखराव ना हो लेकिन बीएसपी के कदम से इसमें सेंध लगने की गुंजाइश बढ़ गई है.