पाकिस्‍तान में सेना और सरकार में तनातनी से बिगड़े हालात!

ISI प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी गई एनएसए की जिम्मेदारी

इस्लामाबाद : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के पहले ही पाकिस्तान में भूचाल आ गया है. पाकिस्तान में ‘तख्‍तापलट’ की आशंका प्रबल हो गई है.सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना का दबदबा बढ़ गया है, भारत की सैन्य कार्रवाई के डर के बीच वो ही बड़े फैसले ले रही है. सेना और सरकार में तनातनी के बीच पाकिस्तान में बुधवार आधी रात को बड़ा ऐलान हुआ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की जिम्मेदारी सौंपी गई.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के पहले ही पाकिस्तान में भूचाल आ गया है. पाकिस्तान में ‘तख्‍तापलट’ की आशंका प्रबल हो गई है.सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना का दबदबा बढ़ गया है, भारत की सैन्य कार्रवाई के डर के बीच वो ही बड़े फैसले ले रही है. सेना और सरकार में तनातनी के बीच पाकिस्तान में बुधवार आधी रात को बड़ा ऐलान हुआ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की जिम्मेदारी सौंपी गई.

पाकिस्तान में सेना का प्रभाव और उसकी राजनीतिक भूमिका एक जटिल और गहरा विषय है. ये बात पाकिस्तान के लिए हर कोई कहता रहा है कि वहां सेना और सरकार के बीच कभी नहीं बनती. कई मायनों में सेना की ताकत और प्रभाव सरकार से कहीं ज्यादा है.

पाकिस्तान की स्थापना 1947 में भारत के विभाजन के साथ हुई. तब से ही सेना देश की राजनीति में एक प्रमुख शक्ति रही है. पाकिस्तान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा – आर्थिक अस्थिरता, क्षेत्रीय विवाद से लेकर आंतरिक तनाव तक. इसमें सेना ने खुद को सुरक्षा के रक्षक के रूप में स्थापित किया.

आईएसआई का पूरा दखल
इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसी है, जो सेना के अधीन काम बेशक करती है लेकिन इसका राजनीतिक मामलों में भी गहरा प्रभाव है. ये सरकारों को नियंत्रित करने या अस्थिर करने में सक्षम रही है.

सियासी दल कमजोर हैं
पाकिस्तान में राजनीतिक दल और नेता आमतौर पर कमजोर रहे हैं और अगर उन्होंने ताकतवर होने की कभी कोशिश की तो सेना उनके पर कतर देती है, जैसा इमरान खान के मामले में हुआ. सियासी कमजोरी ने सेना के लिए रास्ता आसान किया है.

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