दानिश आजाद बने राज्य हज समिति के अध्यक्ष, तीन साल का होगा कार्यकाल
समिति अब हज यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं का प्रबंधन करेगी

लखनऊ : अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के अध्यक्ष बन गए हैं। सोमवार को सदस्यों ने सर्वसम्मति से उन्हें अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। हज समिति में कुल 13 सदस्य हैं। इन सभी का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। पिछली हज समिति का कार्यकाल पिछले वर्ष दिसंबर में पूरा हो गया था।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने 14 मई को राज्य हज समिति का पुनर्गठन करते हुए सदस्य नामित करने की अधिसूचना जारी कर दी थी। यूं तो राज्य हज समिति में कुल 16 सदस्य होते हैं। इनमें सांसद व विधायक भी एक-एक सदस्य होते हैं। चूंकि भाजपा में सांसद व विधायक एक भी मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं ऐसे में यह पद रिक्त ही रहेगा।
इनमें अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, हरदोई की नगर पंचायत गोपामऊ के अध्यक्ष वली मोहम्मद, बरेली की नगर पंचायत धौरा टांडा के अध्यक्ष नदीमुल हसन, मुस्लिम धर्म विद्या एवं विधि विशेषज्ञ सैयद अली वारसी, हाफिज एजाज अहमद (शाहिन अंसारी), शिया समाज के सैयद कल्बे हुसैन (कब्बन नवाब), समाजसेवी मुहम्मद इफ्तेखार हुसैन, कामरान खान, जुनैद अहमद अंसारी, जावेद कमर खान, कमरुद्दीन (जुगनू), उप्र शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यपालक अधिकारी शामिल हैं।
सोमवार को अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में हज समिति के सदस्यों ने अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बैठक की। इसमें राज्यमंत्री को हज समिति का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा गया। इसे सभी ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। अब यह समिति हज की व्यवस्थाओं को देखेगी।