कॉन्वेंट को टक्कर देंगे वाराणसी के सरकारी स्कूल
दी जाएगी नौनिहालों को 12 सप्ताह की ट्रेनिंग

वाराणसी: सरकारी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई के मामले में अब कॉन्वेंट को टक्कर देने की तैयारी पर काम शुरू हो गया है। यहां पढ़ाई के लिए कक्षाओं में प्रवेश देने से पूर्व बच्चों को स्कूल के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए नौनिहालों को 12 सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान बच्चों में अक्षर ज्ञान, संख्या ज्ञान के साथ खेलकूद, कहानी, कविता आदि के जरिये स्कूल के प्रति रुचि विकसित की जाएगी। इसे स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम नाम दिया गया है।
परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। इसमें बाल वाटिका या कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले बच्चों को पढ़ाई शुरू कराने से पहले उन्हें स्कूल के लिए तैयार किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को इसका कैलेंडर और मैनुअल भेज दिया है। नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है।
इसके अंतर्गत 84 से 90 दिन का अतिरिक्त कार्यक्रम तैयार किया गया है, जिसमें पांच साल के बच्चे बाल वाटिका में गतिविधियों पर आधारित अंक दक्षता और भाषा के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसे 15 अप्रैल से शुरू किया जाएगा। शिक्षक इस बारे में अभिभावकों को बताने के साथ ही बच्चों से विद्यालय में सीखी गई गतिविधियों की जानकारी लेंगे। अगस्त में अभिभावकों के साथ बैठक कर उन्हें बच्चों की प्रगति के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बैठक में बच्चे स्कूल में सीखी गई गतिविधियों का अभिभावकों के सामने प्रदर्शन भी करेंगे।
बच्चों की गतिविधियां कराई जाएगी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि विद्यालय में लैब एरिया चिह्नित कर वहां बच्चों की गतिविधियां कराई जाएं। बच्चों को खेलकूद, कहानी, कविता, कलात्मक गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाई पर जोर दिया जाएगा। बिग बुक से बच्चों को शब्दों, फलों और जानवरों आदि का ज्ञान दिया जाएगा।
स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम नए सत्र से शुरू किया जाएगा। इसमें आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को भी शामिल किया जाएगा। इसका दिशा निर्देश निदेशालय से मिल चुका है।
– डॉ. अरविंद पाठक, बेसिक शिक्षा अधिकारी